अब भारत में बिजनेस करना बेहद आसान, कोई झंझट नहीं
नोएडा। नोएडा मैनेजमेंट एसोसिएशन (एनएमए) ने होटल फॉर्चून इन ग्रेजिया में ‘भारत में व्यापार के अवसरों के लिए उभरते ट्रेंड’ की थीम पर 16वें सालाना मैनेजमेंट सम्मेलन का आयोजन किया। इस मेगा इवेंट के निजी क्षेत्र और सावर्जनिक क्षेत्र की कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधकों, टॉप बीपीओ, फैकल्टी मेंबर्स और मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के एमबीए छात्र शामिल थे। सम्मेलन को प्रबंधन क्षेत्र के विशेषज्ञों, विद्वानों और नीति निर्माताओं ने भी संबोधित किया।
इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा थे। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए डॉ. शर्मा ने एनएमए के साथ अपने लंबे जुड़ाव का जिक्र किया। उन्होंने भारत सरकार की कई प्रगतिशील पहलों के मद्देनजर मौजूदा व्यापार संबंधी अवसरों पर विचार.विमर्श करने के लिए एक व्यापक मंच मुहैया कराने के लिए एनएमए की सराहना की। कार्यक्रम के दौरान पुरस्कार समारोह का भी आयोजन किया गया, जिसमें केंट आरओ सिस्टम के डॉ. महेश गुप्ता को बेस्ट लीडरशिप अवॉर्ड दिया गया। नोएडा के जयपुरिया स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के आरव रस्तोगी को श्री सतीश महाना ने बेस्ट मैनेजमेंट स्टूडेंट का पुरस्कार दिया। सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में एनएमए के अध्यक्ष श्री एस. एन. सिंह, प्रोग्राम डायरेक्टर श्री एस. सी. कुलश्रेष्ठ के साथ अन्य वरिष्ठ सदस्य शामिल थे, जिसमें श्री बी. बी. तिवारी, श्री ए. के. गुप्ता, श्री दुर्गेश गर्ग, श्री सी. एस. मिश्रा और श्री पंकज जैन, राकेश त्रिपाठी शामिल थे।
सम्मेलन के पहले सत्र में भारत में व्यापार करने में आसानी और सुविधा और सरकार की कारोबार को बढ़ावा देने वाली पहल पर विचार-विमर्श किया गया। सेवियर इंक एशिया के प्रशांत और ईएमईए बाजार के एंटरप्राइज बिजनेस के एमडी श्री विजय राय ने देश में सुगमता से कारोबार के लिए सरकार की पहलों के बारे में बताया। उन्होंने सरकार की ओर से लागू किए गए दिवालियापन संबंधी कोड के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कई पहलों, जैसे कंपनी के रजिस्ट्रेशन में लगने वाले समय में कटौती, स्त्रोत पर टैक्स में कम कटौती के लिए अप्रवासियों को पैन नंबर में दी गई छूट संबंधी कई पहलों का भी जिक्र किया। उन्होंने प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोलने के लिए न्यूनतम पूंजी 1 लाख और पब्लिक लिमिटेड कंपनी के लिए 5 लाख की जरूरत को हटाने पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों में जीएसटी का प्रावधान लागू करना है। जीएसटी के प्रवधान ने इस्पेक्टर राज को भी खत्म कर दिया। आईआईएम लखनऊ के प्रोफेसर श्री समीर श्रीवास्तव ने स्वच्छ भारत अभियान, मेक इन इंडिया, प्रधानमंत्री जनधन योजना, डिजिटल इंडिया और नीति आयोग की स्थापना के बारे में भी बताया।
सम्मेलन के दूसरे सेशन में मौजूदा चुनौतीपूर्ण माहौल में स्किल डिवेलपमेंट और मानव संसाधन विकास की भूमिका पर चर्चा हुई। यूफ्लेक्स, इंडिया और ग्लोबल के मानव संसाधन विभाग में अध्यक्ष श्री चंदन चटराज ने तकनीक के विकास और संस्थान के संदर्भ में जनसंख्या संबंधी बदलाव पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में हो रहे व्यापक पैमाने पर बदलाव और दक्षता विकास की सुविधाएं मुहैया होने से एचआर एक्जिक्यूटिव्स ज्यादा सक्रिय रहते हैं। इंडस्ट्रीज दुनिया भर में विभिन्न पदों की भर्ती के लिए संघर्ष कर रही हैं। बेन एंड कंपनी के निदेशक श्री अनीश गुप्ता ने दक्षता विकासए रोजगार बढ़ाने की आवश्यकता और कॉरपोरेट कल्चर में काम करने के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने की जरूरत पर बल दिया। इसके लिए इंडस्ट्री की जरूरतों और एकीकृत ज्ञान को ध्यान में रखना होगा। इस कार्यक्रम का समापन 5 बजे शाम को विदाई भाषण और समारोह में आए मेहमानों को धन्यवाद ज्ञापित कर किया गया।