व्यापार

ग्लोबल बिजनेस प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले में बने रहने और बढ़त हासिल करने के लिए जरूरी है इनोवेशन

नई दिल्ली। यूनीफाइड हो रहे ग्लोबल बिजनेस इको-सिस्टम में बने रहने और प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले बढ़त हासिल करने के लिए सबसे जरूरी है- इनोवेशन। भविष्य के प्रबंधकों के लिए यह बेहद आवश्यक है कि वे सभी उद्योगों में इनोवेशन के प्रति उत्साह बनाए रखे। यह न केवल उनके अपने करियर के लिए बल्कि जिन संगठनों में वे विभिन्न भूमिकाओं के तहत दाखिल होंगे उनके लिए भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। इंटरनेशनल मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट (आईएमआई) नई दिल्ली ने एनुअल मैनेजमेंट कॉन्क्लेव के सातवें संस्करण, कॉन्वेंटस 2018, की थीम रखी थी- ‘एम्ब्रेसिंग इनोवेशन’ (इनोवेशन को अपनाना), जिसका समापन हाल ही में हुआ।
आईएमआई नई दिल्ली के एक्टिंग डायरेक्टर, प्रो. प्रदीप के. भौमिक ने चीफ गेस्ट और गेस्ट ऑफ ऑनर का स्वागत किया। उन्होंने आईएमआई, दिल्ली की बौद्धिक संपदा की जानकारी दी, जो साल-दर-साल बढ़ती जा रही है। कॉन्क्लेव में 55 से ज्यादा अलग-अलग उद्योगों के स्टालवार्ट्स ने भाग लिया। इनोवेशन को लेकर अपने-अपने लीक से हटकर विचारों को साझा किया और उन पर चर्चा की। एचआर, एनालिटिक्स, इकोनॉमी, फाइनेंस, मार्केटिंग, स्ट्रेटेजी, ऑपरेशंस, कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी और एंट्रप्रेन्योरशिप जैसे विषयों पर केंद्रित पैनल चर्चाओं में भाग लिया।
उद्घाटन भाषण देते हुए, टाटा कम्युनिकेशंस के ग्लोबल सीआईओ, श्री रुपिंदर गोयल ने कहा, “इनोवेश को अपनाकर यह स्वीकार किया जा रहा है कि दुनिया किस तरह बदल रही है और किस तरह इनोवेशन, रचनात्मकता से अलग है, जिसे बाइट-दर-बाइट छोटे से शुरू कर, विकसित कर और बड़ा बनाया जा सकता है।”

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