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भारत का पहला सीपीसीबी अनुमोदित गैस जेनसेट

नई दिल्ली। 19 बिलियन अमेरिकी डाॅलर के महिन्द्रा ग्रुप के बिजनेस युनिट महिन्द्रा पावरोल ने गैस पावर्ड जेनसेट सेगमेन्ट में प्रवेश का ऐलान किया है। भारी उद्योग एवं सर्वजनिक उद्यमों के माननीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने दिल्ली में भारत के पहले सीएनजी/एनजी गैस जेनसेट (पावर्ड बाय महिन्द्रा) का लाॅन्च किया। कंपनी ने रु 9.5 लाख कर की कीमत पर 6 सिलिण्डर 125 kVA गैस जेन्सेट को दिल्ली के बाजार में उतारा है।
यह भारत का पहला सीपीसीबी-II (Central Pollution Control Board Stage 2 Emission Norms)  अनुमोदित गैस जेनसेट है। चकन स्थित कंपनी के प्लान्ट में निर्मित शून्य-पार्टीकुलेट मैटर से युक्त जेनसेट न के बराबर प्रदूषण करेगा।
लाॅन्च के मौके पर हेमंत सिक्का, प्रेजीडेन्ट-सीपीओ, पावरोल एण्ड स्पेयर बिजनेस, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा लिमिटेड ने कहा, ‘‘आज का यह लाॅन्च हरित भविष्य की ओर महिन्द्रा की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है और साथ ही बताता है कि कंपनी समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है। मेरा मानना है कि आने वाले समय में इन गैस जेनसेट्स की मांग बढ़ेगी, जो नागरिकों और कारोबारों दोनों के लिए फायदेमंद होंगे।’’
महिन्द्रा का अनूठा गैस पावर्ड जेनसेट – भविष्य के लिए हरित समाधान
गैस जेनसेट डीजल से चलने वाले जेनसेट की तुलना में बेहद फायदेमंद है क्योंकि इसकी आॅपरेटिंग लागत डीजल से चलने वाले जनरेटर की तुलना में 45 फीसदी कम है। इसके अलावा, इसमें शोर का स्तर भी पारम्परिक जेनसेट की तुलना में 4 डेसिबल कम है।
ये जेनसेट दिल्ली, गुजरात, उत्तर-पूर्वी राज्यों, महाराष्ट्र एवं अन्य शहरों के उपभोक्ताओं को खूब लुभाएंगे, जहां सीएनजीध्एनजी आसानी से उपलब्ध है।
महिन्द्रा पावरोल अपने उपभोक्ताओं को संतोषजनक सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, देश भर में 200 डीलरों और 400 टच-पाॅइन्ट्स के साथ इसका सर्विस नेटवर्क सबसे व्यापक है।
महिन्द्रा के गैस पावर्ड जेनसेट के विशेष फीचर्स
वाटर कूल्ड टर्बोचार्जर
– पहली बार गैस जेनसेट में इस्तेमाल की जाने वाली इस तकनीक में 0 फीसदी बिजली की जरूरत होती है।
– यह जेनसेट को अधिक काॅम्पैक्ट बनाता है।
कम शोर
– इसका अनुकूलित डिजाइन शोर के स्तर को 4 डेसिबल तक कम करता है। इसके लिए जेनसेट के आकार में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है और न ही अतिरिक्त साइलेन्सर का इस्तेमाल किया गया है।
कम उत्सर्जन
– हानिकारक पार्टीकुलेट मैटर और धुएं का शून्य उत्सर्जन
– प्रदूषकों जैसे NOx, HC , CO का उत्सर्जन 35 फीसदी तक कम
अधिकतम ईंधन दक्षता
– इलेक्ट्राॅनिकली नियन्त्रित वायु ईंधन अनुपात
– क्लोज्ड लूप लैम्बडा फीडबैक सिस्टम
न्यूनतम संचालन लागत
– परम्परिक जेनसेट की तुलना में संचालन लागत 45 फीसदी तक कम

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