दिल्ली में आयोजित हुआ नॉर्थ ईस्ट बिजनेस समिट
नई दिल्ली। इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा नई दिल्ली में आज आयोजित नॉर्थ ईस्ट बिजनेस समिट में माननीय प्रोफेसर जगदीश मुखी, असम के माननीय राज्यपाल ने घोषणा की है कि असम सरकार गुवाहाटी को कुनमिंग के रूप में विकसित करना चाहती है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया को शुरू करने के लिये राज्य सरकार शहर में कॉउन्सिलर ऑफिसेज स्थापित करने के लिये अलग-अलग देशों को आमंत्रित कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि गुवाहाटी को अब कई एशियाई देशों के साथ हवाई मार्ग से जोड़ा जा रहा है। उन्हें यह भी लगता है कि पूर्वोत्तर को अपने फायदे के लिये लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं का इस्तेमाल करने की जरूरत है। माननीय राज्यपाल का मानना है कि अन्य संभावित उद्योगों के बीच असम में फुटवेयर इंडस्ट्री केन्द्र के रूप में उभरने का सामर्थ्य है। आखिर में उन्होंने कहा कि निवेशकों के लिये असम आज निवेश करने का सर्वश्रेष्ठ स्थान है और राज्य सरकार हर संभव तरीके से निवेशकों की मदद करने के लिये तैयार है।
डॉ. इंदर जीत सिंह, आइएएस, ओएसडी, डीओएनईआर मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा कि केन्द्र सरकार की हालिया पहलों जैसे कि नॉर्थ ईस्ट काउंसिल नीति नॉर्थ ईस्ट फोरम का पुनर्निर्माण करने का लक्ष्य पूर्वोत्तर क्षेत्र को अधिक केन्द्रित तरीके से विकसित करना है। उन्होंने यह भी बताया कि अधिक संसाधनों को आवंटित और खर्च करने से हमेशा वांछित परिणाम नहीं प्राप्त हो सकते हैं और इसके लिये परिणामों पर नियमित तौर पर निगरानी रखने की जरूरत है।
श्री राम मुवियाह, आइएएस, सचिव, एनईसी ने इस बात की ओर ध्यान दिलाया कि आर्थिक विकास दो पूंजी पर निर्भर करता है- मानवीय और वित्तीय पूंजी। उन्होंने विस्तार से बताते हुये कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में साक्षरता की दर अन्य भारतीय राज्यों की तुलना में अधिक है। फ्लोरीकल्चर, हॉर्टीकल्चर, बैम्बू प्रोसेसिंग और टूरिज्म पूर्वोत्तर क्षेत्र के कुछ अन्य गुण हैं, जिन्हें अभी भी एक्सप्लोर किया जाना बाकी है।
सुश्री रीमा दास, नामचीन फिल्मकार ने ‘‘आइसीसी एनई एक्सीलेंस अवार्ड’’ ग्रहण करते हुये एक छोटे से गांव की सिनेमाप्रेमी से पुरस्कार विजेता फिल्मकार बनने तक के अपने सफर के बारे में बात की।