शिक्षा

महिन्द्रा इकोल सेन्ट्राल, हैदराबाद ने बी. टेक डिग्री कोर्स (2018-22) में दाखिले की घोषणा की

महिन्द्रा इकोल सेन्ट्राल (एमईसी) ने अपने हैदराबाद कैम्पस में शिक्षा सत्र 2018-22 के लिए चार साल के बी.टेक डिग्री कोर्स में दाखिले की घोषणा की है। कुल 240 सीटें उपलब्ध हैं और भिन्न कोर्स जैसे -कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रीकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, मेकैनिकल इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग में प्रत्येक कोर्स के लिए 60 सीटें उपलब्ध हैं।
किसी भी वैधानिक बोर्ड से सभी विषयों में 60 प्रतिशत एग्रीगेट अंक प्राप्त कर 10+2 या समतुल्य परीक्षा पास कर छात्र इन सीटों के लिए आवेदन करने के योग्य हैं। दाखिला या तो संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) के आधार पर होगा (जेईई मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण या 2,20,000 तक अखिल भारतीय रैंक) या फिर एसएटी के स्कोर (कम से कम 1800 उन विषयों में जिनमें गणित, भौतिकशास्त्र और रसायनशास्त्र हो) के आधार पर होगा ।
महिन्द्रा इकोल सेन्ट्राल की स्थापना 2014 में हुई थी और यह महिन्द्रा समूह के टेक महिन्द्रा की 100 प्रतिशत सब्सिडीएरी महिन्द्रा एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन तथा इकोल सेंट्राल पेरिस -अब सेंट्रलसुपेलेक के बीच गठजोड़ है। यह फ्रांस की सबसे पुरानी और सबसे प्रतिष्ठावाली इंजीनियरिंग संस्थाओं में से एक है और इसकी विरासत कोई 200 साल पुरानी है। एमईसी को एआईसीटीई तथा जवाहर लाल नेहरू टेक्नालॉजिकल यूनिवर्सिटी (जेएनटीयू) हैदराबाद से मान्यता प्राप्त है। यह एक प्रमुख शिक्षा संस्था है जिसके पास ऐकेडमिक और अनुसंधान आधारित पाठ्यक्रम हैं। एमईसी इंजीनियरिंग शिक्षा में अंतर विषयी कार्यक्रम की पेशकश करता है जिसमें ह्युमैनिटीज, सोशल साइंसेज, मैनेजमेंट एंड फिलॉस्फी का मेल रहता है। यह सही अर्थों में एक अंतरराष्ट्रीय प्रोग्राम है जिसका फोकस प्राकृतिक, रचनात्मक और इंजीनियरिंग साइंस पर रहता है। छात्रों, फैकल्टी और कर्मचारी के लिए यहां अनूठे सांस्कृतिक विलय का माहौल है। इसके अलावा, उद्योग को एक ऐसी शिक्षा पेश करने पर फोकस है जिसका उद्योग से करीबी संबंध होता है। एमईसी उद्योग से जुड़ने की मजबूत पहल, गेस्ट लेक्चर, आवश्यक इनटर्नशिप और अनुसंधान आधारित कार्यक्रम उद्योग को घ्यान में रखकर विकसीत करता है।
चार साल की बी.टेक डिग्री छात्रों को अंतरराष्ट्रीय इंजीनियरिंग चुनौतियों को अपनाने की अनूठी योग्यता देगी जो भविष्य को नए सिरे से पारिभाषित करने में सहायता करेगी और साथ ही ऐसे पेशवर तैयार करेगी जो बहुराष्ट्रीय संगठनों की जटिलताओं के उस्ताद होंगे। एमईसी विश्व स्तर की संरचना मुहैया कराती है जो आवश्यक क्षेत्रों जैसे ऊर्जा, पर्यावरण, संचार, कंप्यूटिंग, परिवहन, औद्योगिक इंजीनियरिंग और सामग्री में अनुसंधान कार्यक्रमों को सपोर्ट करता है।
आवेदन करने के लिए भावी छात्र को www.mahindraecolecentrale.edu.in के जरिए दाखिला पोर्टल पर ऑनलाइन होना होगा और एक पंजीकरण फॉर्म भरना होगा। जो छात्र 7 मई से पहले आवेदन करेंगे उन्हें पहले चरण की कौनसेलिंग में बुलाने पर विचार किया जाएगा, जो 31 मई/01 जून को होना निर्धारित है। अनिवासी भारतीय/पीआईओ छात्रों को स्काइप के जरिए कौंसेलिंग में भाग लेने का विकल्प मिलेगा।

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