शिक्षा

प्रीलिम्स के लिए रिवीजन टिप्स

– सक्सेस गुरु ए. के. मिश्रा
(निदेशक) चाणक्य आईएएस एकेडमी
इस साल की यूपीएससी सिविल सेवा प्रारम्भिक परीक्षा के लिए एक महीना से कम समय शेष रहने से, दोहराना या रिवीजन तैयारी प्रक्रिया का सर्वाधिक महत्वपूर्ण पक्ष है। सिलेबस बहुत विशाल है, इसलिए प्रत्येक विषय की तैयारी पर्याप्त नहीं जब तक कि आप इसे विस्तार से दोहराते नहीं हैं। तैयारी प्रक्रिया के दौरान सिविल सर्विसेज के उम्मीदवार जिन अनेक चुनौतियों का सामना करते है, उनमें प्रमुख हैं-कम समय और अत्यंत विस्तृत सिलेबस. इस चुनौती से निपटने का सर्वोत्तम तरीका है कि इसके लिए एक अत्यंत व्यवस्थित एवं सुनियोजित पुनर्पाठ रणनीति हो। हालांकि, याद करने का कोई तयशुदा तरीका नहीं है क्यों कि यह व्यक्ति की विशेषता पर अधिक निर्भर करता है, मगर पालन करने के लिए कुछ मानक निर्शानिर्देश हैं।

– रीविजन नोट्स बनाएं
यदि आपने अपनी तैयारी प्रक्रिया के दौरान हर विषय व विषयवस्तु के विस्तृत नोट्स बनाए हुए हैं, तो आप सही मार्ग पर है। यदि आपने अभी तक नोट्स नहीं बनाए हैं, तो यह समय हे कि अपनी गलती सुधार लें। हर सामग्री पढ़े जिसका कि आपने गहन अध्ययन किया है और अंतिम समय में तेजी से दोहराने के लिए नोट्स बनाएं। हालांकि अब इसमें काफी समय लगेगा, मगर यह एक महत्वपूर्ण अभ्यास है। यह बात दिमाग में रखते हुए कि समय सीमित है, सुनिश्चत करें कि आप संक्षिप्त एवं सटीक नोट्स बनाते है।

– सुची बनाएं
अपनी पुनर्पाठ रणनीति में एक दैनिक कार्यसूची शामिल करें. योजना बनाएं या हर रोज पढ़ने की आवश्यकता वाले विषयों एवं टॉपिक्स से संबंधित टाईम टेबल तैयार करें। प्रत्येक विषय की महत्ता के आधार पर अलग-अलग समयावधि सुनिश्चत करें. कार्यसूची यह जांचने में अच्छी मददगार होगी कि कौन सा विषय पढ़ लिया गया है और आने वाले समय में किस विषय को पढने की आवश्यकता है।

– विषयों को प्राथमिकता निर्धारित करें
चूंकि, एक विस्तृत सिलेबस को दोहराना इन अंतिम कुछ दिनों में संभव नहीं है। ऐसे में प्राथमिकता निर्धारित करें. प्रत्येक विषय में उनकी महत्ता, जटिलता और अंक आवंटन के आधार पर टॉपिक्स को प्राथमिकता दें और उनके रिवीजन पर ध्यान केन्द्रित करें।

– डेवी रिवीजन की योजना बनाएं
एक साथ सारे टॉपिक्स को दोहराना उचित विचार नहीं है क्योंकि आपके दिमाग में विभिन्न टॉपिक्स का आपस में घालमेल हो सकता है। हर टापिक के लिए दिन में अलग समय सुनिश्चत करें. उदाहरणार्थ, दिन में दो टॉपिक्स को दोहराने के लिए चुनें और हर विषय के लिए दो घंटे सुनिश्चत करें।

– कृत्रिम परीक्षाओं में पंजीकृत
मुझे कृत्रिम परीक्षाओं की महत्ता तथा पूर्व वर्षों के प्रश्रपत्रों को हल करने के बारे में समझाने की आवश्यकता नहीं है, जहां पूर्व प्रश्र पत्र परीक्षा पद्धति का बेहतर अनुमान हासिल करने में सहायता करते है, वहीं कृत्रिम परीक्षाएं आपको अपना तैयारी स्तर आंकलन करने में सहायता करती हैं और आपको संभावित प्रश्नों का अनुमान प्रदान करती है। दोनों अभ्यास आपको अंतिम परीक्षा के लिए तैयारी व अभ्यास करने में सहायता करते हैं।

– तीन स्तरीय रिवीजन
उम्मीदवारों के बीच तीन स्तरीय रिवीजन पद्धति आम हो गयी है। यदि आप एक टॉपिक का रिवीजन करते है तो उसी दिन आप उसे पढ़ते हें, ऐसे में उसे आत्मसात करना आसान हो जाता है। यदि आप किसी टॉपिक को पढने के कुछ दिन बाद उसे दोहराते हैं, तो उसमें कठिनाई आती है और उसमें अधिक समय भी लगता है, इसलिए आपको पहले उसी दिन टॉपिक को रिवीजन करना चाहिए, फिर तीन दिन बाद और फिर सप्ताह के अंतिम दिन उसी टॉपिक को दोहरा लें। इस तरह, टॉपिक्स आपकी याद्दाश्यत में लंबे समय तक बना रहेगा।

– तकनीक का उपयोग करें
जब हमारे पास तकनीक की ताकत होती है, तो कठिन अध्ययन सामग्री पर भरोसा क्यों? समय बचाने के लिए तकनीक का बेहतर उपयोग करें। चूंकि आप हर कहीं अपनी किताबें नहीं ले जा सकते, आपको जिन विषयों की पढ़ाई करनी है उन टॉपिक्स को गूगल कर सकते हैं और विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
समय के दौरान यह अभ्यास सर्वोत्तम किया जाता है। गूगल पर टॉपिक्स तलाशने से आपको अद्यतन जानकारी मिलने में सहायता होती है, इसके अलावा, सफल उम्मीदवारों तथा सिविल सर्विसेज परीक्षा से संबंधित अन्य शैक्षणिक वीडियोज देखें।

– पहेलियां हल करने का अभ्यास करें
नियत समय सीमा में उत्तर हल करने के अभ्यास के लिए पहेलियां सर्वोत्तम हैं। जब रिवीजन उबाऊ हो जाता है, तो ये पहेलियां रूचि स्तर के पुनः उभार तथा आपकी तैयारी के आंकलन में सहायता करती हैं। यह आपके ज्ञान स्तर के आंकलन में सहायता करती है और सही उत्तर के चुनाव की आपकी गति बढ़ाती है। अनेक पहेलियां इंटरनेट पर उपलब्ध हैं जिन्हें आप तैयारी बेहतर करने के लिए चुन सकते हैं।

– वर्तमान घटनाओं के जानकार हों
अंतिम, मगर अत्यंत महत्वपूर्ण यह कि वर्तमान मामलों के आप अद्यतन जानकार हों। अखबर व संपादकीय पढना और महत्वपूर्ण नोट्स लेना बंद न करें. इस चरण में, मैं आपको किसी टॉपिक पर कुछ नया पढने की सलाह नहीं दूगा, लेकिन वर्तमान मामलों का नियमित तौर पर अध्ययन करना आवश्यक है।
उन वर्तमान मामलों को दोहराएं जिनका आपने अध्ययन किया है और महत्वपूर्ण खबरों को निरंतर पढ़ते रहें क्यों कि यह सिलेबस का गतिशील अंग है जो अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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