शिक्षा

बीएमएल मुंजाल यूनिवर्सिटी ने ‘प्रैक्टिस स्कूल’ की मदद से मिटाई बीटेक के छात्रों और उद्योग जगत के बीच की दूरी

नई दिल्ली। नई दिल्ली की एक एम्प्लाॅयमेंट साॅल्यूशन कंपनी एस्पाइरिंग माइंड्स ने 2018 में स्नातक करने वाले 1,50,000 इंजीनियरिंग छात्रों पर आधारित एक रोजगार केंद्रित अध्ययन किया था। इसमें पाया गया कि 95 प्रतिशत इंजीनियरिंग ग्रेजुएट बेरोजगार हैं। हीरो समूह के प्रवर्तकों ने शिक्षा और रोजगारपरकता के बीच सेतु बनने के लक्ष्य के साथ 2014 में बीएमएल मुंजाल यूनिवर्सिटी की स्थापना की थी। बीएमयू का पाठ्यक्रम इस तरह से बना है, जिसका उद्देश्य तकनीकी रूप से दक्ष, बहु कौशल संपन्न और नैतिक रूप से दृढ़ लोगों को तैयार करना है।
बीएमयू में संचालित होने वाला प्रैक्टिस स्कूल प्रोग्राम बी. टेक के छात्रों के लिए इंटर्नशिप की एक अनूठी अवधारणा है। इसके तहत छात्रों को विभिन्न कारोबारी संस्थानों में 28 से 31 हफ्ते तक सीखने और कार्य का अनुभव पाने का मौका मिलता है। कार्यक्रम की अवधि के दौरान छात्रों को वास्तविक समस्याओं पर अपनी विविध जानकारियों का प्रयोग करते हुए बहुमूल्य व्यावहारिक अनुभव मिलता है।
प्रैक्टिस स्कूल प्रोग्राम छात्रों को उद्योग जगत के विशेषज्ञों के साथ वास्तविक परियोजनाओं पर काम करने का अनुभव देता है और छात्रों को उद्योग जगत के अनुरूप तैयार करता है। यह कार्यक्रम छात्रों को प्लेसमेंट के दौरान अपने काम के अनुभव का लाभ उठाने का मौका भी देता है। इस प्रोग्राम को शिक्षकों के साथ-साथ उद्योग जगत के विशेषज्ञ भी संचालित करते हैं। विशेषज्ञ बाद में प्रोग्राम का मूल्यांकन करते हैं। अन्य इंटर्नशिप से इतर प्रैक्टिस स्कूल में क्रेडिट यूनिट्स मिलते हैं, जिन्हें यूनिवर्सिटी में छात्रों के अंतिम मूल्यांकन में जोड़ा जाता है।
बीएमएल मुंजाल यूनिवर्सिटी के प्रैक्टिस स्कूल प्रोग्राम पर टिप्पणी करते हुए बीएमयू में स्कूल आॅफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी के डीन डाॅ. एम. बी. श्रीनिवास ने कहा, “प्रैक्टिस स्कूल को यूनिवर्सिटी और उद्योग के बीच संस्थागत संपर्क के लक्ष्य के साथ तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य है उद्योग का हिस्सा बनने से पहले ही छात्रों को उद्योग जगत के अनुरूप तैयार करना। प्रैक्टिस स्कूल के माध्यम से हमारे छात्रों को अग्रणी भारतीय एवं वैश्विक संस्थानों के साथ काम करने का मौका मिला है। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि कई छात्रों को इन कंपनियों से प्लेसमेंट का आॅफर भी मिल चुका है।“
प्रैक्टिस स्कूल बीएमयू में सभी पाट्यक्रमों के लिए लागू है।
बीएमयू में बीटेक के पूर्व छात्र ध्रुव दुआ ने कहा, “प्रैक्टिस स्कूल-3 से मुझे बड़ा मौका मिला। मेरी सीख का सबसे महत्वपूर्ण पहलू था अपने पेशेवर सहयोगियों के सम्मान को महत्व देना। इसे मैंने आगे भी अपने जीवन में अपनाया और वर्तमान संस्थान में आगे बढ़ने में भी इस सीख ने मेरी मदद की। मैंने यह भी सीखा कि बड़े संस्थानों में टीम के साथ कैसे काम करते हैं और कैसे किसी काम को पूरा करने के लिए दुनिया के किसी दूसरे छोर पर बैठे व्यक्ति से समन्वय स्थापित करते हैं।“
मारुति सुजुकी, फिएट, एलएंडटी, टाटा मोटर्स, एयरटेल, अशोक लेलैंड, यामहा इंडिया, होंडा, हुआवेई, अमेजन, डिलिटल प्रोडक्ट (जर्मनी), एनवाईएक्स (अमेरिका) जैसी कंपनियों ने प्रैक्टिस स्कूल-3 के माध्यम से इंटर्नशिप का आॅफर दिया है। डेल, सर्विसनाउ, रेन ग्रुप, सिनोप्सिस इंडिया, हीरो मोटोकाॅर्प, जेबिया, टेकसिस्टम्स, जेडएस एसोसिएट्स, लुट्राॅन, जेस्ट आईओटी, पोलारिस, डीबीएस और अन्य कंपनियां छात्रों को रोजगार का आॅफर दे चुकी हैं। इस पर उद्योग जगत की प्रतिक्रिया उत्साहजनक रही है और प्लेसमेंट के दौर पर इसका सकारात्मक असर पड़ा है।
प्रैक्टिस स्कूल-1 एक हफ्ते के लिए होता है। यह संस्थानों के साथ मुलाकात का पहला चरण है। यह एक इंडस्ट्रियल विजिट है, जिसमें छात्रों को मैकेनिकल इंडस्ट्री, आॅटोमोटिव कंपनी, बीएफएसआइ या साॅफ्टवेयर इंडस्ट्री जैसे पांच अलग-अलग उद्योगों का अनुभव होता है। वे सीखते हैं कि संस्थान कैसे काम करते हैं, उनका अंदरूनी माहौल कैसा है, उनकी कार्यसंस्कृति कैसी है और वहां के लोग कैसे हैं। प्रैक्टिस स्कूल-1 पूरा होने के बाद छात्र वापस कैंपस में लौट आते हैं और अपने अनुभव व विचारों के आधार पर रिपोर्ट तैयार करते हैं। रिपोर्ट का एक क्रेडिट यूनिट के बराबर का मूल्यांकन होता हैय जो छात्रों के क्रेडिट पाॅंइंट एवरेज में जुड़ता है।
दूसरे वर्ष की समाप्ति के बाद छात्रों को प्रैक्टिस स्कूल -2 के माध्यम से आठ हफ्तों की इंटर्नशिप करने का मौका मिलता है। यहां छात्र अपने दो साल की अकादमिक शिक्षा और अनुभव का इस्तेमाल वास्तविक परियोजनाओं में करते हैं। इस चरण के दौरान उन्हें एक शिक्षक और उद्योग जगत के एक विशेषज्ञ से प्रशिक्षण मिलता है।
छात्रों के इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के अंत में आखिरी सैमेस्टर के दौरान प्रैक्टिस स्कूल-3 के नाम से 22 हफ्तों की अनिवार्य ग्रेडेड इंटर्नशिप होती है। कैंपस में बहुत सी कंपनियां नियुक्ति के लिए आती हैं। बहुत सी कंपनियां छह महीने के इंटर्नशिप का भी आॅफर देती हैं, जो आगे रोजगार पाने में सहायक हो सकता है।
बीएमयू में छात्र अपना 45 प्रतिशत तक समय लैब व वर्कशाॅप, प्रोजेक्ट, रिसर्च असाइनमेंट और प्रैक्टिस स्कूल (सुपरवाइज्ड इंटर्नशिप) के माध्यम से कक्षा के बाहर सीखने में बिताते हैं। बीएमएल मुंजाल विश्वविद्यालय के छात्रों को सिंगापुर मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी, कार्लटन यूनिवर्सिटी, कनाडा और इंपीरियल काॅलेज लंदन के साथ प्रोग्राम एक्सचेंज का अवसर मिलता है। अपने मेंटर इंपीरियल काॅलेज लंदन के साथ मिलकर बीएमयू रिसर्च और इनोवेशन पर मजबूती के साथ फोकस करता है।

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