‘पोरस’ की शूटिंग वहीं की गई, जहां ‘पाइरेट्स ऑफ द कैरेबियन’ की हुई थी
भारत के पहले रक्षक पोरस और दुनिया के महानतम हमलावर सिकंदर के बीच हुए महान युद्ध को प्रदर्शित करने वाली यह महागाथा निश्चित तौर पर टेलीविजन पर अब तक का सबसे बड़ा शो बनने वाली है। 350 ईसापूर्व में सेट किया गया, ‘पोरस’ दर्शकों को एक अनछुए युग में वापस ले जाएगा। और इसे सुनिश्चित करने के लिए, निर्माताओं ने एक ऐसे स्थान को खोजा है जहां इससे पहले किसी भी अन्य हिंदी टीवी शो की शूटिंग नहीं की गई थी। ‘पोरस’ को भारतीय टेलीविजन पर अब तक के सबसे महंगे शो के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
‘पोरस’ की टीम ने खाओसोक, थाईलैंड के अंतर्राष्ट्रीय जलीय लोकेशंस में शूटिंग की गई है। इस शो में नदी बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं क्योंकि युद्ध के दौरान कई सारे एक्शन इसी में दिखाए जाएंगे। लक्ष्य लालवानी, सुहानी धनकी, रति पांडे, आदित्य रेदीज, रोहित पुरोहित व अन्य ने खाओसोक में शूटिंग करने के लिए अंडरवॉटर प्रशिक्षण लिया है। नदी में शूटिंग करने के लिए एक खास जहाज भी बनाया गया है।
इस लोकेशन का महत्व समझाते हुए, शो के निर्माता सिद्धार्थ कुमार तिवारी कहते हैं, ‘हम भारत के उस काल को फिर से जीवंत करना चाहते थे जब जलमार्ग यातायात व व्यापार के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाया करते थे। इसलिए बंदरगाहों और जहाजों को ‘पोरस’ के एकीकृत भाग के रूप में दिखाया जाएगा। इस लोकेशन की बात करें तो, समुद्र की जगह एक नदी दिखाना चाहता था क्योंकि ऐतिहासिक तौर पर समुद्र में विलीन होती नदी के माध्यम से व्यापार किया जाता था। मैं एक ऐसी लोकेशन चाहता था जो इसे स्क्रीन पर जीवंत कर सके और बहुत सारी लोकेशंस को खोजने के बादए हम खाओसोक लेक की अनछुई लोकेशन पर पहुंचे, यह दुनिया का सबसे पुराना वर्षावन है, एक पूरी तरह से अनछुआ लोकेशन, जो इस सीरीज के लिए परफेक्ट था। हमने इस अद्भुत लोकेशन में अपनी शूटिंग शुरू कर दी, जहां हमने लगभग तीन हफ्ते तक शूटिंग की थी।’