फिल्म समीक्षा – यमला पगला दीवाना फिर से
फिल्म के कलाकार : धर्मेंद्र, सनी देओल, बॉबी देओल और कृति खरबंदा, शत्रुघ्न सिन्हा
निर्देशक : नवनीत सिंह
रेटिंग : 2/5
फिल्म यमला पगला…..सीरीज़ की पहली फिल्म साल 2011 में आई थी और इसी सीरीज़ की दूसरी फिल्म साल 2013 में आई थी जो कि बाॅक्स आॅफिस पर कुछ खास नहीं चल पाई थी। अब इस सीरीज़ की तीसरी फिल्म ‘यमला पगला दीवाना फिर से’ रिलीज़ हो चुकी है जिसमें देओल परिवार ने लीड रोल में भूमिका निभाई है, कृति खरबंदा ने भी अहम किरदार निभाया है और मेहमान भूमिका के रूप में बाॅलीवुड के बड़े-बड़े स्टार जैसे रेखा, सलमान, सोनाक्षी ने काम किया है। फिल्म में काॅमेडी का तड़का लगाया है।
फिल्म की कहानी : फिल्म की कहानी की बात करें तो इसमें सनी देओल ने गांव के एक वैद्य ‘पूरन’ की भूमिका निभाई है। वैद्य पूरन के पास एक ऐसा नुस्खा है जो हर बीमारी को ठीक कर सकता है वो अपने पूर्वजों के ज्ञान और आयुर्वेद नुस्खों का सम्मान करता है उसका पूरा विश्वास आयुर्वेद में है। उस आर्युवेद के नुस्खे (वज्र कवच) की वजह से वह फार्मतिया कंपनी की आंखों में खटकने लगता है। फिल्म के बीच-बीच में सनी देओल ने कुछ एक्शन भी किया है और अपने ढाई किलो के मुक्के का ज़ोर भी दिखाया है। धर्मेंद्र ने जयंत परमार का किरदार निभाया है जो पेशे से एक वकील है और जो अपनी रूमानी दुनिया में खोया रहता है लेकिन अंत में पूरन का वकील बनकर केस को जीतने में मदद करता है। बॉबी देओल ने पूरन के छोटे भाई ‘काला’ का किरदार निभाया है जो अपने नाम से चिढ़ता रहता है और वह कनाडा जाने की फिराक में रहता है। इन तीनों किरदारों के बीच कृति खरबंदा हैं जो चीकू के किरदार में हैं। कृति ने गुजराती लड़की की भूमिका निभाई है। चीकू जो कि अपना एक क्लिनिक खोलना चाहती है क्योंकि वह अपने मां-बाप का सपना पूरा करना चाहती है, इसी सपने को पूरा करने के लिए वह मार्फतिया कंपनी के लिए पूरन का आर्युवेदिक नुस्खा चुरा लेती है और वापस गुजरात चली जाती है। मार्फतिया उस नुस्खे का पेटेंट अपने नाम से करवा लेता है और पूरन के नाम कोर्ट नोटिस भेजता है और आखिर में इस नुस्खे के लिए बड़े ही ड्रामेटिक अंदाज में लाइट काॅमेडी के साथ कोर्ट में केस लड़ा जाता है और अंत में पूरन की जीत होती है। फिल्म में शत्रुघ्न सिन्हा भी एक छोटे किरदार में हैं। बस फिल्म की कहानी इतनी सी है।
क्यों देखें : फिल्म में कहानी तो कुछ खास नहीं है लेकिन यह लाईट काॅमेडी फिल्म है। एक बार देखा जा सकता है।