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‘6ठे दिल्ली अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल 2017’ का भव्य आयोजन

आखिरकार दिल्ली, भारतीय सिनेमा और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के 100 साल का जश्न मनाने के उद्देश्य से छठे दिल्ली अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह 2017 (डीआईएफएफ) का भव्य उद्घाटन हो गया। 4 दिसंबर से शुरू हुआ सात दिवसीय यह महोत्सव सेंट्रल पार्क, कनॉट प्लेस और एनडीएमसी ऑडिटोरियम में 9 दिसंबर तक आयोजित होगा।
झारखंड के राज्य पर्यटन सहयोगी के साथ डीआईएफएफ इस महोत्सव के बहाने दुनिया भर के सिनेमा के प्रदर्शन को ‘द सोशल सर्कल, ए सोसाइटी फॉर कॉज’ और ‘इनस्टेक्चरिंग की दिशा में एक कदम’ के जरिये सिनेमा, कला, और साहित्य का सर्वश्रेष्ठ पता लगाने की पहल कर रहा है। डीआईएफएफ के भव्य उद्घाटन समारोह की रंगीन शाम में एस. सुदर्शन भगत (भारत सरकार के जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री), राजू चड्ढा (अध्यक्ष, वेब सिनेमा), तिगमांशु धुलिया (फिल्म निर्देशक), प्रतिष्ठित लोकगायिका मालिनी अवस्थी, नरेश कुमार (एनडीएमसी के अध्यक्ष), चंचल यादव (सचिव, एनडीएमसी), अमार कुमार बाउरी (राजस्व और भूमि सुधार मंत्री, कला, झारखंड के उच्च शिक्षा आयोग), राहुल शर्मा (सचिव पर्यटन, झारखंड), राजीव रंजन (जीएम और संयुक्त निदेशक, झारखंड पर्यटन), राहुल मित्रा (सीईओ, वेब सिनेमाज), अदनान अबू अलहाजा (फिलिस्तीनी राजदूत) समेत राजनीति एवं बॉलीवुड के कई जाने-माने व्यक्तित्व उपस्थित थे।
इस मौके पर लोगों से रूबरू होते हुए वेब सिनेमाज के सीईओ राहुल मित्रा ने कहा, ‘मैं यहां सामान्य लोगों, मीडिया और दर्शकों को कार्यक्रम में गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए धन्यवाद देना चाहूंगा। हमारे सिनेमा में हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हम हमेशा सिनेमा से प्रभावित हुए हैं। मैं भारतीय सिनेमा के सौ साल की अनूठी यात्रा के लिए गर्व और उत्साहित महसूस कर रहा हूं।’ शशि कपूर की मौत पर राजू चड्ढा (अध्यक्ष, वेब सिनेमा) ने उदास मन से कहा, ‘शशि कपूर जी हमारे फिल्म उद्योग के बेहतरीन कलाकारों में से एक थे। मैंने अपने बचपन से ही उनकी किसी भी फिल्म को मिस नहीं किया। आखिरकार, पृथ्वी राज कपूर और राज कपूर के बाद आज हम शशि कपूर को भी खो चुके हैं। शशि कपूर का निधन भारतीय सिनेमा के लिए वास्तव में दर्दनाक घटना है। पूरी फिल्म बिरादरी ने भारतीय सिनेमा का हीरा खो दिया है।’
इस वर्ष डीआईएफएफ ने 54 देशों, मसलन- अमरीका, मोरक्को, श्रीलंका, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, मिस्र, अफगानिस्तान, रूस, जॉर्डन, इजराइल, यूक्रेन आदि जैसे फिल्म समारोहों के साथ यात्रा की शुरुआत की है। इस महोत्सव के दौरान विश्व सिनेमा, एनआरआई सिनेमा, सीमा पार के सिनेमा, भारतीय शोकेस, वृत्तचित्र, ग्रीन फिल्में, छात्र फिल्मों, लघु फिल्म आदि जैसे कई हिस्सों में 174 फिल्में दिखाई जाएंगी।

-शबनम नबी

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