मूवी रिव्यु

पुरानी कहानी और पुराने चुटकुले लेकिन आपके चेहरे पर मुस्कान लाती है टोटल धमाल

फिल्म का नाम : ‘टोटल धमाल’
फिल्म के कलाकार : अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित, अजय देवगन, रितेश देशमुख, जावेद जाफरी, अरशद वारसी, जाॅनी लीवर, संजय मिश्रा, बोमन इरानी, विजय पटकार, मनोज पाहवा
फिल्म के निर्देशक : इंद्र कुमार
रेटिंग : 3.5/5
इंद्र कुमार के निर्देशन प्रोडक्शन में बनी फिल्म ‘‘टोटल धमाल’’ रिलीज़ हो चुकी है। यह एक मल्टीस्टारर फिल्म है जिसका काफी वक्त से इंतज़ार किया जा रहा था। इसके क्रेज़ की वजह से पहले दिन सिनेमाहाॅल हाउसफुल रहा। फिल्म में लगभग 18 साल के बाद अनिल कपूर-माधुरी दीक्षित साथ नज़र आए हैं। धमाल सीरिज़ की यह तीसरी फिल्म है। हर सीरिज़ में पैसों को लेकर भागमभाग होती है, इस बार भी ऐसा ही है, 50 करोड़ की रकम के लिए अफरा-तफरी मची हुई है। आइए जानते हैं फिल्म कैसी है।

फिल्म की कहानी :
फिल्म की शुरूआत होती है पुलिस कमिश्नर (बोमन ईरानी) के 2 नं. के पैसे को एक होटल के बिल्डिंग से गुड्डू उर्फ राधे ब्रो (अजय देवगन) और जॉनी (संजय मिश्रा) चुराते हैं और उस पैसों को ड्राइवर बंटी (मनोज पहवा) लेकर भाग जाता है और उन पैसों को ले जाकर किसी ओमकार जू में ‘ओके’ के नीचे छुपा देता हैं। इसके बाद भागमभाग में बंटी की मौत हेलीकाॅप्टर एक्सीडेंट में हो जाती है, लेकिन वो मरने से पहले 50 करोड़ रुपये कहां है इसका पता अविनाश (अनिल कपूर) और बिंदू (माधुरी दीक्षित नेने), लल्लन (रितेश देशमुख) और झिंगुर (पितोबश त्रिपाठी) के अलावा आदित्य (अरशद वारसी) और मानव (जावेद जाफरी) को बता देता है क्योंकि वो सभी उसकी मौत के वक्त मौजूद होते हैं। वो सभी लूट के इस खजाने को हासिल करना चाहते हैंै। फिर शुरू होती है पैसों तक सबसे पहले पहंुचने और उसे हासिल करने की भागमभाग। कौन 50 करोड़ तक सबसे पहले पहुंचता है और फिल्म में क्या-क्या धमाल होता है यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।

बात करें अदाकारी की तो अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित की नोंकझोंक पसन्द आती है और आपको हंसाती है। अजय देवगन अपने किरदार में अच्छे लगे हैं। जावेद जाफरी का बचपना और नासमझी वाला अंदाज़ हर जगह आपको लोटपोट करता है और संजय मिश्रा का कॉमिक अंदाज आपके चेहरे पर मुस्कान लाता है। अरशद वारसी, रितेश देशमुख और जाॅनी लीवर की काॅमिक टाइमिंग एकदम परफेक्ट है जो आपको बोर नहीं होने देता। किसी कि भी एंक्टिग और डाॅयलाॅग में फूहड़ता नज़र नहीं आता। फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा ने आइटम नं. किया है।

कैसी है फिल्म :
यदि आपने धमाल सीरिज़ की पहली फिल्म देखी है तो इस फिल्म को देखकर आप समझ जाएंगे कि फिल्म की कहानी पहली सीरिज़ की कहानी से एकदम मिलती-जुलती है। कहानी में कोई नयापन नहीं है उसमें में भी खज़ाने के लिए भागमभाग होती है और वो खज़ाना जाकर मिलता है डब्लू के नीचे और इस फिल्म में भी चोरी हुए पैसों के लिए भागमभाग होती है और अंत में खजा़ना जाकर मिलता है ओके के नीचे। फिल्म में सिचुएशनल काॅमेडी है जो आपको हंसाता है और बोर नहीं होने देता। फिल्म में ज़्यादा गाने तो नहीं हैं लेकिन जो भी है वो नहीं होते तो भी चलता।
फिल्म के अंत में काॅमेडी के साथ जानवरों को बचाने की जद्दोजहद की गई है इस जद्दोजहद के बीच टाइगर को बचाने के लिए पंचलाइन भी जोड़ा गया है जो कहीं न कहीं यह मैसेज देता है कि यदि इन्हें नहीं बचाया गया तो इनकी संख्या घटकर और भी कम हो जाएगी।

फिल्म क्यों देखें :
फिल्म में बड़ी स्टारकास्ट है। यह साफ-सुथरी काॅमेडी फिल्म है, जो आपको हंसाने में लगभग कामयाब होगी। अपने परिवार के साथ बैठकर आराम से देख सकते हैं।

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