हलचल

सुरिंदर शर्मा और सुनील जोगी ने श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध

दिल्ली। जाने-माने कवियों सुरिंदर शर्मा और सुनील जोगी राष्ट्र की राजधानी दिल्ली में एक मंच पर मौजूद हों, तो श्रोताओं का कितनस मनोरंजन हो सकता है, इसका अनुमान लगाना भी असंभव है। टेलीविजन और रंगमंच के लिए कई शोज और वृत्तचित्रों के अलावा “रे विजिटिंग द एपिक्स“, “वंस अपॉन ए टाइम“ जैसे रंगमंचीय प्रोजेक्ट दे चुकी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ‘मिरान’ प्रोडक्शंस की संस्थापक सुजाता सोनी बाली द्वारा इंडिया हैबिबेट सेंटर में प्रस्तुत यह कार्यक्रम था ‘एक अलग शैली के साथ हास्य रू कॉमेडी एंड कवि’, जो दिल्लीवासियों के लिए एक मजेदार शाम साबित हुई, क्योंकि यह शाम हंसी, कविता और व्यंग्य से भरी था।
खैर, कार्यक्रम में भारत के प्रसिद्ध कवियों ने शादी, राजनीति, सोशल मीडिया इत्यादि जैसे विभिन्न मुद्दों पर निराला और हास्यपूर्ण कटाक्ष किया। सुरिंदर शर्मा और सुनील जोगी ने मौजूद श्रोताओं को अपनी कविताओं से मोहित कर दिया। जहां तक कवियों की बात है, तो सुरिंदर शर्मा खुद और उनकी पत्नी के कॉमिक स्केच के लिए जाने जाते हैं। वह अपने ‘चार लाइन सुना रायो हूं’ के लिए खास तौर पर जाने जाते हैं। वह मूल रूप से हरियाणा से संबंध रखते है और अपनी कविताओं में हरियाणवी लहजे का बहुत अच्छा समावेश करते हैं। कभी-कभी वह मनोरंजन के लिए मारवाड़ी भाषा का भी उपयोग करते है। वह हास्य रस (व्यंग्ययात्मक कविता) के टॉप के चंद कवियों में से एक हैं। उन्होंने कवि सम्मेलनों के बीच हास्य-रस की परंपरा की स्थापना की है। वर्ष 2013 में सुरिंदर शर्मा को भारत सरकार द्वारा चैथे सर्वोच्च नागरिक अलंकरण ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया गया था।
एक लेखक, कवि और अपने कॉमिक छंदों के लिए प्रसिद्ध सुनील जोगी भी पद्मश्री से सम्मानित कवि हैं। वह वर्णन की अपनी विशिष्ट शैली के लिए जाने जाते हैं। वह छोटे और मीठे तरीके से कविताओं के जरिये अपपनी बात कहते हैं, लेकिन उसमें होता है एक अनूठा पंच। सुनील जोगी हिंदुस्तान अकादमी के अध्यक्ष हैं और उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री के पद पर हैं। वह 75 से अधिक किताबों के लेखक हैं।

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