अब गर्मियों में भी शान से पहनिए बनारसी साड़ियां
एथनिक वस्त्रो का फैशन कभी नहीं जाता है और इन एथनिक वस्त्रो को गर्मियों में भी शान से पेहना जा सकता है। बनारसी साड़ी भारत में बेहतरीन साड़ी में से हैं और अपने स्वर्ण और रजत ब्रोकेड या जरी के लिए जाने जाते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, वीवरस्टोरी, जो की एक प्रामाणिक भारतीय हथकरघा/शिल्प के लिए प्रसिद्ध ऑनलाइन स्टोर है। यह कलेक्शन वीवरस्टोरी की आधिकारिक वेबसाइट www.weaverstory.com पर प्रदर्शित किया जाएगा, प्रदर्शनी में वीवरस्टोरी द्वारा नए चंदेरी सिल्क, बनारसी कॉटन्स, खादी जिओरजिएट और बंधेज साड़ी, दूपत्ता और लेहांगा और चंदेरी के साथ रेडी तो वियर सूट भी प्रदर्शित किये जाएंगे। प्रदर्शित साड़ियों की कीमत सीमा INR 5000 दुपट्टास और मोंगा कुर्तास और INR 7500 साड़ियों के लिए से शुरू होगी।
चंदेरी एक पारंपरिक एथनिक कपड़ा है जिसे पहनने से शानदार अनुभव होता है। चंदेरी कपड़े पारंपरिक रेशम यार्न में रेशम और स्वर्ण जड़ी में बुनाई द्वारा उत्पादित किया जाता है जिसके परिणामस्वरूप झिलमिलाता बनावट का निर्माण होता है।
बंधेज साड़ी जिसे बांधनी साड़ी के नाम से भी जाना जाता है, वह विशेष रूप से राजस्थान और गुजरात में मिलती है। नाम बांधणी का मतलब है बांधना, क्योंकि यह हिंदू सर्वनाम ‘बन्धन’ द्वारा लिया जाता है। इन साड़ियों की अच्छी किस्में मांडवी, भुज, जामनगर, पोरबंदर, अजमेर, बीकानेर आदि में बनाई गई हैं।
इस संग्रह के कुछ आकर्षण रहेंगे कूल बनारस कॉट्सन्स, हैंडब्लॉक मुद्रित अनारकली सेमि स्टिच्ड सूट, नयी रेंज के बनारसी मूंगा सिल्क कुरतास विद कड़वा मीनाकारी बूटा और चंदेरी सिल्क दुपट्टा, पतियों से उभरता बनारसी बंधेज दुपट्टा, मीनाकारी कढ़वा बनारसी साड़ी एक रिच कदियाल बॉर्डर और पल्लु के साथ आदि।