प्रगति मैदान में हुआ 34वें अंतरराष्ट्रीय आहार मेले का आगाज
नई दिल्ली। खाने-पीने के शौकीन लोगों के लिए दिल्ली का प्रगति मैदान इन दिनों सबसे मुफीद स्थान बना हुआ है। दरअसल यहां 34वें अंतरराष्ट्रीय आहार मेले का मंगलवार को आगाज हो चुका है। इसमें 20 देशों के 560 प्रतियोगी अपने हुनर का जलवा बिखेर रहे हैं, जहां खाने का लुत्फ उठाने के लिए पहले दिन ही बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। पांच दिनों तक चलने वाला यह अंतरराष्ट्रीय आहार मेला 16 मार्च को समाप्त हो जाएगा।
आहार मेले का औपचारिक शुभारंभ मंगलवार को एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्टस डेवलपमेंट अथॉरिटी (एपीडा) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक पबन कुमार बोरठाकुर तथा भारतीय व्यापार संवर्द्धन परिषद (आइटीपीओ) के कार्यकारी निदेशक दीपक कुमार ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर विभिन्न सरकारी एजेंसियों के अधिकारी भी उपस्थित थे। मेले में चीन, डेनमार्क, जर्मनी, हांगकांग, इटली, इंडोनेशिया, इजरायल, जापान, मलेशिया, पेरू, रूस, सिगापुर, स्पेन, तुर्की, यूएसए, यूके, उक्रेन और यूएई इत्यादि सहित देश विदेश के 560 प्रतिभागी शिरकत कर रहे हैं। सभी ने न केवल खाद्य पदार्थो, बल्कि इस क्षेत्र से जुड़े पहलू पर अपने उत्पाद प्रदर्शित किए हैं। मेला हॉल नं. 7, 8, 9, 10, 11, 12, 12ए, लाउंज ए, बी और हैंगर 7 जी, 7 एच में 25 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में लगाया गया है।
इंडिया चाइना सोसायटी के बैनर तले नेशनल पीपुल्स कांग्रेस ऑफ चाइना द्वारा भारत और चीन के मध्य व्यापारिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए विचार विमर्श किया गया। इसके तहत संसदीय सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल में सांसद रामेन डेका, विन्सेंट पाला, राज्यसभा सदस्य तिरूचि सिवा, धीरज साहू, हुसैन दलवई, पूर्व सांसद मुहम्मद अदीब और अशोक तंवर इत्यादि ने अपने विचार रखे। इसमें दोनों देशों के बीच व्यापारिक साझेदारी के साथ ही सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने को लेकर विमर्श किया गया। सोसायटी के महासचिव यश शर्मा और कोषाध्यक्ष पुनीत मनचंदा ने कहा कि इस कार्य के लिए युवाओं का एक प्रतिनिधिमंडल तैयार किया जाएगा।