बैंक्विट हॉल में शादी करना हुआ महंगा
नई दिल्ली। साउथ एमसीडी अलग-अलग व्यवसायों के लिए हेल्थ ट्रेड लाइसेंस जारी करता है। पिछले कई सालों से एमसीडी अफसर ट्रेड लाइसेंस फीस में बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे। उन्होंने लाइसेंस फीस में रिविजन भी किया था, लेकिन फरवरी में आयोजित सदन की मीटिंग में रिविजन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। लाइसेंस फीस में रिविजन के लिए नेता सदन कमलजीत सहरावत, स्टैंडिंग कमेटी मेबर भूपेंद्र गुप्ता और पूनम भाटी की तीन सदस्यीय कमिटी बनाई गई। इस कमिटी ने कई तरह के व्यवसायों के लिए रिवाज्ड लाइसेंस फीस में और भी बढ़ोतरी कर दी है। पहले बैंक्विट हाल के लिए लाइसेंस फीस 5,000 रुपये थी। लाइसेंस फीस को अफसरों ने रिवाइज्ड कर 10 हजार कर दिया। लेकिन, तीन सदस्यीय यह कमेटी ने रिवाज्ड लाइसेंस फीस 10 हजार से बढ़ाकर 15 हजार रुपये कर दी है। इसी तरह से 100 सीटिंग वाले फूड कोर्ट की लाइसेंस फीस 25 हजार से बढ़ाकर 40 हजार रुपये कर दी गई है। सिनेमा हॉल की लाइसेंस फीस पहले 30 हजार रुपये थी। रिवाइज कर लाइसेंस फीस 35 हजार रुपये की गई है, लेकिन कमिटी ने इसे और अधिक बढ़ा दिया और इसे 50 हजार रुपये कर दिया है। इसी तरह से नमकीन बनाने वाली फैक्ट्रियों के लिए लाइसेंस फीस 10 हजार रुपये थी, जिस रिवाइज्ड कर 20 हजार रुपये की गई और कमिटी ने इसे बढ़ा कर 30 हजार कर दी। आइसक्रीम प्लांट की लाइसेंस फीस 20 हजार रुपये से बढ़ा कर 50 हजार रुपये कर दी गई है। लाइसेंस फीस में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को शुक्रवार को सदन ने मंजूरी भी दे दी। ब्यूटी पार्लर का लाइसेंस फीस 1 हजार रुपये से बढ़ा कर 5 हजार रुपये कर दिया गया है। इसी तरह से स्पा या वेलनेस सेंटर खोलने वालों को अब 25 हजार के बजाय 50 हजार रुपये ट्रेड लाइसेंस फीस देनी होगी।