शहरी विकास मंत्रालय के खिलाफ सीपीडब्लूडी के कर्मचारी उतरे सड़को पर
नयी दिल्ली। एक तरफ जहां विपक्ष सरकार को हर मुद्दे पर घेर रहा है वही दूसरी तरफ अब सरकारी कर्मचारी भी सड़कों पर उतर कर अपना विरोध दर्ज कराने लगे है। आज केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी अपने ही मंत्रालय और वहाँ चल रही अनिमियताओं को लेकर सड़क पर जबरदस्त विरोध करने उतर गए, उनकी मांग थी कि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के महानिदेशक पद पर कार्यरत सेवानिवृत्त इंजीनियर प्रभाकर सिंह को तत्काल प्रभाव से हटाया जाये और इस विभाग को बचाया जाये क्योकि उनके तानाशाही रवैये से विभाग का हर एक कर्मचारी परेशान है।
जॉइंट फ्रंट – केंद्रीय लोक निर्माण विभाग सर्विस एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित इस प्रदर्शन मे पूरे देश भर से आये इंजीनियर व अन्य कर्मचारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की तानाशाही और भेदभाव पूर्ण रवैया के खिलाफ दिल्ली के राजघाट मे सैकड़ो कि संख्या मे एकत्रित हुए। राजघाट पर प्राथना सभा के बाद इन लोगो ने संसद भवन कि तरफ मार्च किया लेकिन दिल्ली पुलिस द्वारा उनको बीच रास्ते में ही रोक लिया गया।
इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पी आर चरण बाबू (कन्वेनर) बताया कि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के महानिदेशक पद पर कार्यरत सेवानिवृत्त इंजीनियर साहेब तानाशाही दिखाकर विभाग के लोगों को डराने धमकाने में लगे हैं और इस रवैया के चलते ही ना सिर्फ कामकाज बाधित हो रहा है बल्कि कई राष्ट्रीय स्तर की परियोजनाओं के निर्माण कार्य भी अटक रहा है। इसलिए हम लोगो कि मांग है कि सीपीडब्ल्यूडी बचाओ, प्रभाकर सिंह हटाओ।
प्रदर्शन मे शामिल इंजीनियर्स का कहना है कि वह अपने स्वाभिमान के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं और इसकी शुरुआत राजघाट पर रैली करके आज हमने की है। डीजी महोदय कई बैठकों में इंजीनियर के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं। इंजीनियरस के विचारों को भी दबाया जा रहा है। इंजीनियर्स मानते हैं कि प्रभाकर सिंह जरूर किसी दबाव में उल जलूल फैसले कर रहे हैं। इसलिए अब ज्वाइंट फ्रंट सीपीडब्ल्यूडी सर्विस एसोसिएशन के फॉर्म के बैनर तले यह न्याय, स्वाभिमान युद्ध शुरू किया जा रहा है।
प्रदर्शन मे मुख्या रूप से आर के सिंह, महकार सिंह गुर्जर, आर के श्रीवास्तव, वजीर चाँद, आर के भटनागर, सतबीर सिंह, श्रीनिवास, वी रघुनेन्द्र राव इत्यादि लोग शामिल थे।