देश में फर्जी खुले निजी मेडिकल कॉलेजों के खिलाफ हो कार्रवाई : एलजीपी
नई दिल्ली। लोक गठबंधन पार्टी (एलजीपी) ने देश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बरती जा रही अनियमितताओं की निंदा की है। पार्टी ने कहा कि देश में फर्जी निजी मेडिकल कॉलेजों के उभरने से भारत में चिकित्सा क्षेत्र में विकट स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में निजी क्षेत्र में चिकित्सा शिक्षा में भारी कमी के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ा है। पार्टी ने गुरुवार को विज्ञिप्त जारी कर कहा कि मध्यप्रदेश में एक ऐसे मेडिकल कॉलेज का खुलासा हुआ, जहां पर न तो फैकल्टी थी और न ही कोई मरीज। वहीं, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल आदि राज्यों में भी बड़ी संख्या में निजी मेडिकल कॉलेजों में कमोबेस यही स्थिति है। प्रवक्ता ने कहा कि नियामक निकाय-मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) भी स्थिति को नियंत्रित करने में विफल रही है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मेडिकल फ्रॉडर्निटी के विरोध के बाद एमसीआई को बदलने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के कदम को भी पीछे की ओर धकेल दिया। नियमन के प्रावधानों को मजबूत करने की मांग करते हुए पार्टी का कहना है कि निजी ऑपरेटरों को लोगों को धोखा देने और रोगियों के जीवन के साथ खेलने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। पार्टी ने कहा कि इस प्रकार निजी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेजों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है, जो लोगों को सेवाएं प्रदान करने में गंभीर अनियमितता कर रहे हैं।