मैं दिल्ली या मध्य प्रदेश में कहीं भी जिम्मेदारी निभाने को तैयार हूं : ज्योतिरादित्य सिंधिया
मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को जीत कर कांग्रेस अपना 15 सालों का वनवास खत्म करना चाहती है, वहीं बीजेपी अपने जीतका झंडा लहराकर फिर एक बार इतिहास बनाना चाहती। दोनों तरफ के नेताओं का यह मानना है कि इस बार की लड़ाई बराबर की रहने वाली है। मध्य प्रदेश में बीजेपी के पास शिवराज सिंह चैहान के रूप में मुख्यमंत्री का चेहरा पहले से ही है लेकिन कांग्रेस अभी भी यह तय नहीं पा रही है कि कमलनाथ या फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया में से वह किसे अपना मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार बनाएगी। इसी कारण बीजेपी चुनावी सभाओं में अक्सर इस बात पर चुटकी लेती नज़र आ जाती है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना है कि मेरा मोह किसी पद के साथ नहीं है। पहले हम राज्य में जीत दर्ज कर लेंगे, तब फिर राहुल गांधी तय करेंगे कि राज्य में कांग्रेस का सीएम कौन होगा। राहुल गांधी बहुत काबिल हैं मेरी सहायता की उन्हें जरूरत नहीं है। मैं दिल्ली या मध्य प्रदेश में कहीं भी जिम्मेदारी निभाने को तैयार हूं। इस बार पार्टी में जमीनी एकता है। मध्य प्रदेश में 28 नवबंर को विधानसभा चुनाव है और यहां पिछले 3 बार से बीजेपी की सरकार रही है।