हिंदुस्तानी गायक मंदर गाडगिल और ओडिशी नृत्यांगना परिधि जोशी दिल्ली में अपनी कला की प्रस्तुति देंगे
नई दिल्ली। हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक मंदर गाडगिल और ओडिशी नृत्यांगना परिधि जोशी रजा फाउंडेशन के नए आरंभ कार्यक्रम के तहत मंच पर लाइव परफॉरमेंस देने वाले पहले कलाकार होंगे। यह कार्यक्रम शास्त्रीय संगीत और शास्त्रीय नृत्य से जुड़े होनहार युवा भारतीय कलाकारों को एक मंच मुहैया कराने के मकसद से शुरू किया गया है।
अगस्त माह में आवेदन प्रक्रिया से शुरू आरंभ कार्यक्रम के तहत सितंबर माह से हर महीने अलग-अलग विधाओं के दो कलाकारों को दिल्ली में कद्रदानों के समक्ष प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
पुणे के कलाकार मंदर ख्याल गायकी में महारत रखते हैं जबकि परिधि बंगलूरू की संस्था नृत्यांतर डांस एनसेंबल की नृत्यांगना हैं। मंदर और परिधि बुधवार 27 सितंबर को त्रिवेणी कला संगम में 45-45 मिनट की प्रस्तुति देंगे।
रजा फाउंडेशन कलाकारों के लिए यह कार्यक्रम आयोजित करेगा और उनकी प्रस्तुति के लिए पूर्ण सहयोग करेगा। रजा फाउंडेशन के संस्थापक और दिवंगत कलाकार एस एच रजा का लक्ष्य युवा प्रतिभाशाली कलाकारों को सहयोग और संरक्षण देना था और आरंभ योजना उनके इसी मकसद को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है।
रजा फाउंडेशन के मैनेजिंग ट्रस्टी अशोक वाजपेयी ने कहा, “हुनर सिर्फ वरिष्ठ या अनुभवी कलाकारों तक ही सीमित नहीं रहता, इसलिए रजा फाउंडेशन के कार्यक्रमों में हमेशा युवा कलाकारों को भी अभिव्यक्ति, संवाद और चर्चा में शामिल होने का अवसर दिया जाता है।”
मंदर पंडित विजय कोपरकर (पंडित जितेंद्र अभिषेकी और डॉ. वसंतराव देशपांडे के शिष्य) की शागिर्दी में पिछले 16 वर्षों से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। वह कई शहरों में शास्त्रीय संगीत कार्यक्रमों, संगीत सभाओं और बैठकों में पहले भी प्रस्तुति दे चुके हैं।
परिधि अभी बंगलूरू स्थित नृत्यांतर एकेडमी ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स में श्रीमती मधुलिता महापात्रा की शागिर्दी में ओडिशी सीख रही हैं। वह भुवनेश्वर में पंकज चरणदास अवार्ड फेस्टिवल-2016, वसंतोत्सव-2016, 2016 में ही अनन्या नृत्योल्लास-35, इंडिया इंटरनेशनल डांस फेस्टिवल-2016, बंगलूरू में तरंग उत्सव-2016 तथा भुवनेश्वर में ओडिशी इंटरनेशलन-2015 में बतौर सोलो आर्टिस्ट परफॉरमेंस (एकल कला प्रस्तुति) दे चुकी हैं और इसके बाद ही उन्हें वरिष्ठ कलाकारों के शीर्ष दस प्रतिभाशाली पुरस्कृत कलाकारों के समूह में पहचान मिली।
अगले एक साल तक आरंभ कार्यक्रम के तहत 25 कलाकार दिल्ली में प्रस्तुति देंगे।