केरल में सबसे ज़्यादा बाढ़ से क्षतिग्रस्त इलाकों में से दीपालय ने दो सरकारी स्कूलों के पुनर्निर्माण का कदम उठाया
चेन्दामंगलम। हाल ही में, केरल में बाढ़ के वजह से ८ लाख लोग बेघर हो गए। विश्व बैंक और एशियाई डेवलपमेंट बैंक द्वारा संयुक्त रूप से किये गए एक सर्वेक्षण से पता चला कि राज्य मे कुल रु. २५,०४६ करोड़ का नुकसान बाढ़ के वजह से हुआ है। बचाव और राहत दल पिछले एक महीने से हजारों लोगों की मदद में लगें हुए है, लेकिन फिर भी केरल को पहले जैसा बनने में कई साल लग सकते हैं।
सरकार राज्य के पुनर्निर्माण के लिए जोर दे रही हैय वहीं दिल्ली में स्थित गैर-सरकारी संगठन दीपालय ने केरल के सबसे ज्यादा बाढ़-प्रभाबित इलाको में से दो सरकारी स्कूलों (गवर्नमेंट लोअर प्राइमरी स्कूल और गवर्नमेंट अपर प्राइमरी स्कूल) के पुनर्वास की जिम्मेदारी उठाई है। यह दोनों स्कुल केरल के एर्नाकुलम जिले चेन्दामंगलम में स्थित है।
दीपालय ने खुद आगे आकर इस प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे बच्चो कि सहायता करने का कदम उठाया ताकि वह अच्छी शिक्षा पा सके। दीपालय अगले दो महीनों में इन दो स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था करने का प्रयास करेगा। इस परियोजना से दो स्कूलों से कम से कम ४०० छात्र (२५३ छात्र लोअर प्राइमरी स्कूल में और अपर प्राइमरी स्कूल में नामांकित १४७ छात्र) लाभान्वित होंगे।
कुछ दिन पहले, दीपालय ने केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए ‘राहत अभियान’ भी आयोजित किया था, जिसमें दीपालय बोर्ड के सदस्य, कर्मचारी, छात्र, माता-पिता और शुभचिंतक योगदान देने के लिए आगे आए थे, और दीपालय कुल रु. ७,२२,९८० इकट्ठा करने में सक्षम हुआ, जिसे केरल के चीफ मिनिस्टर डिस्ट्रेस रिलीफ फण्ड में दान दिया गया।
इस जिले के सहायक शिक्षा अधिकारी, श्रीमती लता नायर ने दो स्कूलों के पुनर्निर्माण की महान पहल में आगे बढ़ने के लिए दीपालय को अनुमति दी है। दो-सदस्यीय टीम जिसमे शामिल थे श्री ए जे फिलिप, सचिव और मुख्य कार्यकारी, दीपालय और श्री कुरियन बहनन, मैनेजर एडमिनिस्ट्रेशन, दीपालय ने हाल ही में दो बाढ़ प्रभावित स्कूलों का दौरा किया और स्कूलों के सदस्यों और माता-पिताओं से बातचीत की। उन्होंने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों जैसे कि चेन्दामंगलम ग्राम पंचायत के सचिव और अध्यक्ष से भी मुलाकात की। क्षेत्र के एक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता, श्री ए जे अब्राहम, उपर्युक्त परियोजना को लागू करने में दीपालय की मदद कर रहे हैं।
चेन्दामंगलम, जिसे ‘केरल की हैंडलूम कैपिटल’ के नाम से जाना जाता है, केरल के कई क्षेत्रों में से एक है जहां हाल ही में बाढ़ के कारण लोगों ने अपनी आजीविका खो दी। अब इस क्षेत्र के लोग बेरोजगार है और वैकल्पिक नौकरियों की तलाश में हैं। इन सभी के बच्चे इन दो स्कूलों में पढ़ रहे हैं जहां शिक्षक और छात्र भी बाढ़ से समान रूप से पीड़ित हैंय इन स्कूलों में आसपास के गरीब बच्चे प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
बाढ़ के कारण, स्कूलों ने कंप्यूटर, पब्लिक अड्रेस सिस्टम, फर्नीचर, पुस्तकालय की किताबें, प्रयोगशाला उपकरण इत्यादि कई मूल्यवान सामग्रियों को खो दिया है। इन दो सरकारी स्कूलों के पुनर्वास के लिए दीपालय का निर्णय इन दो स्कूलों के छात्रों, माता-पिताओं, और स्कूलों के शिक्षकों के लिए एक आशीर्वाद के रूप में सामने आया। इस महान पहल के लिए सभी दीपालय के आभारी हैं।