सामाजिक

ग्रामीणों ने रैली से दिया मानसिक जागरुकता का संदेश

गुरुग्राम। संबध हैल्थ फाउंडेशन (एसएचएफ) की और से गांव बसई पार्ट 2 में मानसिक स्वास्थ्य पर जागरुकता अभियान के तहत ग्रामीणों ने रैली निकालकर संदेश दिया। जिसमें मैंटल हैल्थ के बारे ग्रामीणों को मानसिक रोगों के अनछुए पहलुअेां की जानकारी गई। इस दौरान ग्रामीणों ने अपने गांव के ही अन्य लोगों को रैली के माध्यम से बताया कि मानसिक रोगों से ग्रसित लोगों का इलाज आज के इस दौर में संभव है, लेकिन इसके लिए हमें अपनी पुरानी रुढ़ीवादी परंपराअेां को छोड़ना होगा।
संबध हैल्थ फाउंडेशन (एसएचएफ) की कार्यक्रम अधिकारी दीपशिखा पाल ने बताया कि इस मानसिक रोग जागरुकता अभियान के दौरान सभी को मानसिक बीमारी से ग्रासितेंा का सम्मान करने का संकल्प लेना चाहिए, ताकि इस प्रकार के जागरुकता कार्यक्रमों की सार्थकता सिद्व हो सके। मानसिक रोगियेां को मान सम्मान मिलना चाहिए ये उनका अधिकार है।
इस जागरुकता अभियान के दौरान मानसिक बीमारी से ग्रसितेंा के बारे में जब ऐसे परिवारेां से बातचीत करतें है तो पता चलता है कि मानसिक रोग से ग्रसितेां के साथ बातचीत करने से उनके प्रति जो कलंक और शर्म की भावनाऐं जुडी हैं वे कम हो सकती हैं। उन्हांेने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कुल जनसंख्या में से 10 प्रतिशत लोग मानसिक बीमारी (एमआई) और 3 प्रतिशत गंभीर बीमारी से पीड़ित है। इसमें गुरुग्राम में ही 50,000 से अधिक लोग गंभीर मानसिक बीमारी से ग्रसित है। इनमें 50 प्रतिशत ऐसे है जो पहचान ही नही किये गए। भारत में करीब 35 मिलियन लोग इस तरह की बीमारियों के शिकार हैं।
उन्होने बताया कि ग्रामीणेंा को मानसिक रोग से संबधित तकनीकी जानकारी सरल और आसानी से मिल सके इसके लिए संबध हैल्थ फाउंडेशन(एसएचएफ) की और बसई गांव पार्ट 2, बसई पार्ट 1, बसई इंक्लेव, गुरुग्राम, गांधीनगर, झारसा इत्यादि स्थानों पर मानसिक रोग से संबधित कार्यशालाएं, मानसिक रोग पर आधारित नुक्कड़ नाटक, खेल, जागरुकता रैली सहित अन्य गतिविधियां, और वार्ता का आयोजन किया जा रहा है।
संबध हैल्थ फाउंडेशन(एसएचएफ) की और से मानसिक रोगियों के लिए हरियाणा सरकार के साथ मिलकर रिकवरी कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है, जोकि बेहद कारगर साबित हो रहा है। वंही गुरुग्राम गांव में रिकवरी सेंटर व गु्रप होम भी चलाया जा रहा है।
बसई गाँव कि शीला और जानकी देवी ने अपने अनुभव शेयर किये और ग्रामीणेां को इस प्रकार के कार्यक्रमों में भाग लेने का आव्हान भी किया।
इन कार्यक्रमों में प्रोग्राम आॅफिसर फैसल करीम, इपशिता सोम, संदीप दत, सुशील नांगिया, शिवानी महरोत्रा, अंजली अग्रवाल, रवि, अमित गुप्ता, प्रीति, लक्ष्मी, कामिल इत्यादि ने इन कार्यक्रमेंा में शामिल होकर मानसिक रोग पर तकनीकी जानकारी दी।

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