सामाजिक

भारत का पहला बहुक्षेत्रीय सांस्कृतिक उत्सव अर्थ अपने राष्ट्रीय संस्करण के साथ लौटा

दिल्ली। अर्थ – अ कल्चर फेस्ट, जी लाइव की एक बौद्धिक संपदा जिसका लक्ष्य भारतीय सभ्यता को समझना और उसका अर्थ ढूंढना तथा उसकी आत्मा की खोज करना है, अपने दूसरे संस्करण के साथ वापस लौट रहा है। इसका आयोजन 8, 9 और 10 फरवरी को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर द आर्ट्स (आईजीएनसीए) में होगा। इस कल्चर फेस्ट का पहला क्षेत्रीय संस्करण कोलकाता में हुआ था और फेस्टिवल के अगले क्षेत्रीय संस्करण का आयोजन पुणे में होगा।
नई दिल्ली में आयोजित होने जा रहे अर्थ के राष्ट्रीय संस्करण में भारत और विश्व के 250 से अधिक विद्वान, लेखक, कलाकार और शिल्पकार हिस्सा लेंगे। यह सांस्कृतिक उत्सव भारतीय सोच और दर्शन के सार को संजोता है और विचारकों, विद्वानों, दार्शनिकों, भारतीयतावादियों, कलाकारों, शिल्पकारों, कवियों और लेखकों को एक मंच पर लाकर दर्शकों को खोज की एक यात्रा पर ले जाता है। यहाँ दर्शकों के लिये विविधतापूर्ण गतिविधियाँ हांगी, जैसे – पैनल चर्चा, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, कार्यशालाएं, विजुअल आर्ट इंस्टालेशंस, लाइव आर्ट, आदि। बच्चों के लिये विशेष सत्र होंगे, जहाँ रचनात्मक कार्यशालायें, थियेटर, इतिहास, दर्शन-शास्त्र, कठपुतली खेल और मास्टरक्लास की व्यवस्था होगी।
इस उत्सव के वक्ताओं में भारत के प्रबुद्ध नाम हैं, केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, डॉ. सुब्रमण्यिन स्वामी, अरनब गोस्वामी, रवीना टंडन, बिबेक देबरॉय, अश्विन सांघी, अमिश त्रिपाठी, सोनल मानसिंह, मकरंद परांजपे, टी.वी. मोहनदास पई, पवन के. वर्मा, गौर गोपाल दास, सुभाष चंद्रा, रिकी केज, संजीव सान्याल, सैयद सलमान चिश्ती, गवर्नर तथागत रॉय, विवेक अग्निहोत्री, स्वपन दासगुप्ता, आदि। विदेशों से आने वाले लोगों में शामिल हैं- कैरेन आतिया (ग्लोब ओपिनियंस एंडीटर ऑफ वाशिंगटन पोस्ट), डोमेनिक डिजियोवन्नी (होमलैण्ड सिक्योरिटी डीपार्टमेन्ट ऑफ यूएसए), टेस डेविस (एंटिक्विटीज कोएलिशन), ऑस्ट्रेलिया से इमाम तॉहिदी, इजराइल से शिमोन लेव, टर्की से हसन करीम गुक, भारतीयतावादी और विद्वान, जैसे विश्व अदलुरी, वाम्सी जुलुरी, सुभाष काक, प्रसेनजीत बसु, लॉर्ड मेघनाद देसाई, कार्ल डब्ल्यू. अर्न्स्ट, लावण्या वेमसानी, कोएनराद एल्स्ट, राजीव मल्होत्रा, डेविड फ्रॉली, आदि।
प्रतिदिन लाइव काउंटर्स और मास्टर क्लासेस की कार्यशालाओं के माध्यम से देश की समृद्ध कला और हस्तशिल्प का प्रदर्शन भी होगा, जैसे पटुआ, फाद, चेरियल, मधुबनी, पटथाचित्र, चितारा, वार्ली, कलमकारी, मास्क्स और उत्तर पूर्व भारत का बांबू क्राफ्ट। सत्रों में कुछ प्रसिद्ध कलाकार मनमोहक प्रस्तुतियाँ देंगे, जैसे बॉम्बे जयश्री, पंडित विश्व मोहन भट्ट, तीजन बाई, बॉम्बे बैराग, गौतम दास बॉल, अजमेर शरीफ के शाही कव्वाल, नार्थ ईस्ट परक्यूशन एन्सेम्बल, मणिपुरी रास लीला, ओडिशा का गोटिपुआ नृत्य, केरल और बंगाल का कठपुतली खेल और राजस्थान का मंगानियार।
दिल्ली संस्करण की तैयारी देश के वर्तमान परिदृश्य को ध्यान में रखकर की गई है, जहाँ विचारणीय पैनल चर्चाएं और बातें ऐसे विषयों पर होंगी, जो देश के लिये प्रासंगिक हैं। कल्चर फेस्ट के राष्ट्रीय संस्करण की घोषणा पर अर्थ की संस्थापक एवं निदेशक श्रेयसी गोयनका ने कहा, ‘‘मैं भारत के प्रथम कल्चर फेस्टक अर्थ के राष्ट्रीय संस्करण की घोषणा करते हुए अत्यंत प्रसन्न हूँ। कोलकाता में अर्थ के पहले क्षेत्रीय संस्करण को मिली सफलता के बाद हम भारत के सर्वश्रेष्ठ को मंच पर लाते हुए उत्सुक और रोमांचित हैं, यह विभिन्न क्षेत्रों की संयुक्त पेशकश होगी, जो रोचक, ज्ञानवर्द्धक और समृद्ध होगी।’’
अर्थ के फेस्टिवल डायरेक्टर डॉ. विक्रम संपत ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय संस्करण के लिये हमने 3 दिनों के लिये भारत के सूक्ष्म-दर्शन को मंच पर लाने का प्रयास किया है। कई सफल कलाकार, लेखक, लोग और कला तथा शिल्प की विभिन्न कार्यशालाएं दर्शकों को रोमांचित करेंगी। हम ज्वलंत विषयों पर चर्चा करेंगे, जिन्होंने हाल ही में देश को झकझोरा है। ऐसे बड़े सांस्कृतिक मंचों पर इन प्रासंगिक विषयों की चर्चा देश के विशेषज्ञों और नागरिकों के बीच अत्यंत महत्वपूर्ण है।’’

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