सामाजिक

कैनिस वेलफेयर पेट क्लब (पंजी) ने अपने 11वें वार्षिक डॉग शो और पेट अवेयरनेस शिविर का आयोजन किया

नई दिल्ली। कैनिस वेलफेयर पेट क्लब (पंजी) ने अपने 11वें वार्षिक डॉग शो और पेट अवेयरनेस शिविर का आयोजन तीन फरवरी 2019 को लॉन नम्बर 2, पंजाबी बाग क्लब, वेस्ट पंजाबी बाग, नई दिल्ली में किया। इसका मकसद जानवरों के प्रति कृपा को बढ़ावा देना था। इन डॉग शोज के जरिए क्लब कोशिश करता है कि दिल्ली/एनसीआर के लोगों में जागरूकता फैले और पालतू जनवर रखते की प्रवृद्धि के साथ पेट हाईजीन का विकास हो और जानवरों के प्रति क्रूरता खत्म हो। अन्य सभी प्रयास लोगों को शिक्षित करने की दिशा में हैं खास छोटे बच्चों को क्योंकि वे सीखने के लिए तैयार रहते हैं और उन्हें सड़क के कुत्तों समेत हरेक जानवर के प्रति कृपा दिखाने के लिए तैयार किया जा सकता है। कुल मिलाकर, 73 भारतीय देसी कुत्ते, मान्यताप्राप्त प्रजाति के 168 कुत्ते, 16 सीनियर (जेरियैट्रिक डॉग्स) और शारीरिक रूप से विकलांग 11 कुत्ते शामिल हुए। वयस्क और पप्पी श्रेणी को अलग से दिखाया गया। फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता मुख्य आकर्षण थी। इसमें लोगों को काफी दिलचस्पी रही खासकर छोटे बच्चों और उनके अभिभावकों में।
मुख्य अतिथि डॉ. सुशील कुमार गुप्ता, राज्य सभा सदस्य, पंजाबी बाग क्लब के प्रेसिडेंट हैं। इस मौके पर सभी कुत्तों के स्वास्थ्य की जांच योग्य पशु रोग चिकित्सकों द्वारा की गई। इसके बाद ही उन्हें प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति दी गई। उन्हें गुड़ी बैग्स दिए गए जिसमें पर्चे थे और इनमें कुत्ता रखने वालों की जिम्मेदारी बनाई गई थी। शो में भाग लेने वाले सभी कुत्तों के लिए पानी और फ्री डॉग फीड दिया गया। डॉग शो एशिया में हाईजीन पर पर्याप्त ध्यान दिया गया है यह भी दिखाई दे रहा था। गुडीज बैग के पर्चे पशु कल्याण को लेकर जागरूकता की जानकारी थी ही बैनर्स भी लगाए गए थे और प्रत्येक स्टॉल तथा डॉग शो परिसर पर इस बारे में जानकारी थी। अब ज्यादा लोग दिलचस्पी ले रहे हैं और हमारे लक्ष्य, ‘भारतीय कुत्तों को अपनाने में गर्व महसूस कीजिए’ का प्रचार करने के लिए सामने आ रहे हैं। इस दौरान पप्पी की खरीद और बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित है। और पूरी निगरानी में यह सुनिश्चित किया जाता है कि कुत्तों को किसी भी तरह की क्रूरता का सामना न करना पड़े। जो लोग अपने घर/मोहल्ले में देसी कुत्ते के कारण किसी तरह की समस्या का सामना कर रहे थे उन्हें भी इस मौके पर कानूनी सलाह दी गई।
करीब 50 पशु चिकित्सकों और 200 से ज्यादा पशु प्रेमियों ने भारतीय देसी कुत्ते अपनाने या उन्हें सहायता पहुंचाने के बारे में जागरूकता फैलाई। इन लोगों ने एक पालतू जानवर रखने वाले की जिम्मेदारियों पर भी चर्चा की और उन्हें अपने पेट का प्रबंध करने के बारे में जागरूक बनाया।
पशु प्रेमी और सेलीब्रिटी, श्रीमती इंडिया 2017 श्रीमती शालिनी सिंह, शिव कुमार कोहली (दो बार के लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड धारक), आत्मरक्षा प्रशिक्षक, प्रिंस ऑफ द वॉय, बर्मा कुंवर ईश्वर सिंह राठौड़, मशहूर यू टयूबर गौरव शर्मा (रुहंनतंअ ्रवदम) ने भी खुद को सक्रियता से जोड़ा और भारतीय कुत्तों को गोद लिए जाने को बढ़ावा दिया।
क्लब हर साल डॉग शो के अलावा दो अन्य आयोजन करता है। 28 सितंबर को वर्ल्ड रेबिज डे का आयोजन किया जाता है। इसी तरह, हर साल अप्रैल के अंतिम शनिवार को वर्ल्ड वेटनरी डे मानाया जाता है। दिल्ली/एनसीआर में हर साल दक्षिण दिल्ली के म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के वेट्रीनरी सर्विस डिपार्टमेंट, पशुपालन विभाग, दिल्ली सरकार, दिल्ली वेटनरी कौंसिल, दिल्ली वेटनरी एसोसिएशन और सोनाडी चैरीटेबल ट्रस्ट के साथ मिलकर 10,000 से ज्यादा गलियों के कुत्तों को एंटी रेबीज वैक्सीन लगाई जाती है। बड़ी संख्या में पशुचिकित्सक पशुप्रेमियों के साथ मिलकर लगातार एक महीने तक यह टीकाकरण अभियान चलाते हैं। इस दौरान निशुल्क कंसलटेशन और उपचार भी किए जाते हैं।
आवारा पशुओं को जब बड़ी संख्या में इन लोगों द्वारा गोद लिया जाता है तो उन्हें जीने का दूसरा मौका मिलता है। कई बार हमारे पशु चिकित्सक दिल्ली एनसीआर के भिन्न स्कूलों में जाते हैं और नई पीढ़ी के स्कूली बच्चों को शिक्षित करते हैं। ये नए बच्चे पशुओं के प्रति प्यार के साथ विकसित किए जा सकते हैं ताकि पारिस्थितिकी में संतुलन बना रहे। हमें यकीन है कि आने वाले दिनों में सड़कों पर कुत्ते नहीं दिखाई देंगे। और सबके घर होंगे। यह प्रशंसनीय है कि ज्यादा से ज्यादा लोग सामने आ रहे हैं और आवारा कुत्तों को गोद ले रहे हैं तथा इस तरह कुत्तों के साथ आवारा होने का दाग हटता जा रहा है। देश को इस परिवर्तन की आवश्कता है। बच्चों को कुत्तों का साथ देने से बेहतर कोई तरीका नहीं है।

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