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लायंस क्लब इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा किया जायेगा 700 डायबिटीज किट्स का निःशुल्क वितरण और 2 लाख मरीजों की ब्लड शुगर जांच…

नई दिल्ली। आज वर्ल्ड डायबिटीज डे (विश्व मधुमेह दिवस) के अवसर पर लायंस क्लब इंटरनेशनल फाउंडेशन ने विशिष्ट मुहीम की घोषणा करते हुए बताया कि एलसीआईएफ देश भर में लायंस क्लब के माध्यम से 700 डायबिटीज किट्स का वितरण करेगा और 2 लाख से अधिक मरीजों के ब्लड शुगर की जांच करेगा। भारत में विभिन्न लायंस क्लब अल्पसुविधा प्राप्त इलाकों में जागरूकता निर्माण, नैदानिक शिविरों के आयोजन और मरीजों को चंगा करके डायबिटीज का फैलाव रोकने का काम कर रहे हैं।
वर्ल्ड डायबिटीज डे के अवसर पर लायंस क्लब इंटरनेशनल फाउंडेशन के चेयरमैन, लायन डॉ. नरेश अग्रवाल ने कार्यक्रम की घोषणा की। वार्ता में एलसीसीआइए के चेयरमैन, लायन वी.के. लूथरा, प्रशासन निदेशक लायन जे.पी. सिंह, तथा वित्त निदेशक लायन नवल जे. मालू के साथ क्लब के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
डायबिटीज पर इस अखिल भारतीय पहल के बारे में लायन डॉ. नरेश अग्रवाल चेयरमैन, एलसीआईएफ तथा एलसीआइ के तत्काल पूर्व इंटरनेशनल प्रेसिडेंट ने कहा कि, ‘‘गत वर्ष इंटरनेशनल प्रेसिडेंट के रूप में मैंने एलसीआई का सबसे ठोस अभियान – डायबिटीज की बेतहाशा बढ़ोतरी पर लगाम लगाना आरम्भ किया था। भारत में 6 करोड़ लोग डायबिटीज के शिकार हैं और हर 15 साल पर यह संख्या दोगुनी हो जाती है। लेकिन इसे रोकने के लिए लायंस एकजुट हो गए हैं।
डायबिटीज के कारण और भी कई रोग हो जाते हैं जो हृदय रक्ता, फेफड़े और आखों को प्रभावित करते हैं। लेकिन इसका मूल कारण है खून में अत्यधिक शर्करा का होना। 90 फीसदी मामले महज स्वास्थ्यकर जीवनशैली अपनाने से ठीक हो सकते हैं। 10 फीसदी मामलों में दवा और आम तौर पर इन्सुलिन की जरुरत पड़ती है।’’
अपनी पहल के बारे में विस्तार से बताते हुए श्री अग्रवाल ने आगे कहा कि, ‘‘जागरूकता निर्माण और मरीजों के लिए जांच शिविरों के हमारे गंभीर प्रयासों के साथ पिछले साल भारत में हमने एक ही दिन में 22,250 से अधिक लोगों का सबसे बड़ा डायबिटीज जागरूकता सेमिनार आयोजित करके एक मानदंड स्थापित किया था जिसे गिनीज बुक ऑफ रेकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। इस साल भी हमारा लक्ष्य देशभर में 2 लाख की विशाल आबादी तक पहुंचना हैं। हमारा अभिप्राय इस बीमारी के बारे में जागरूकता पैदा करना, लोगों को इसकी गंभीरता का अहसास कराना और उनकी जांच करना है ताकि उचित चिकित्सीय इलाज किया जा सके। एलसीआईएफ के साथ सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर, समर्पित स्वयंसेवक और कुशल कर्मचारी है जो लोगों की जांच की विशेष देखभाल करते हैं। हम 14 से 18 नवम्बर, 2018 तक डायबिटीज शिविर लगाने जा रहे हैं जहां हमारे विशेषज्ञ ब्लड शुगर की जांच करके ग्लूकोमीटर सहित 700 से अधिक डायबिटीज किट और 2 लाख स्ट्रिप्स तथा लांसेट का वितरण करेंगे।’’
श्री अग्रवाल ने आगे यह भी कहा कि, ‘‘हमने वर्ल्ड डायबिटीज डे के लिए डायबिटीज की रोकथाम पर पर्चे बांटने जैसे विस्तृत कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है। हमने सार्वजनिक पार्कों में व्यायाम के उपकरण लगायें हैं ताकि आस-पास के लोग वहाँ व्यायाम करने और स्वच्छ वातावरण का आनंद उठा सकें. हमने दिल्ली में अस्पतालों में डायबिटीज केंद्र खोलने का भी फैसला किया है जिसके लिए स्थान चिन्हित करने का काम चल रहा है।’’
अपने संबोधन के अंत में डायबिटीज की भयावहता का मुकाबला करने और अन्य पहलों में विश्वव्यापी उपस्थिति की चर्चा करते हुए श्री अगरवाल ने कहा कि, ‘‘विगत 50 वर्षों में एलसीआईएफ ने डायबिटीज प्रोजेक्ट्स सहित अन्य मदों में 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक अनुदान मुहैया किया है. विश्व स्तर पर हमने 9.1 मिलियन आँखों की सर्जरी करवाई है। कैंपेन 100: एलसीआईएफ एम्पॉवरिंग सर्विस के लिए अगले तीन वर्षों में 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य रखा गया है. इस साल के लिए एलसीआईएफ भारत में केरल की बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए 500 घर भी बनवा रहा है।’’
लायंस क्लब इंटरनेशनल विश्व का सबसे बड़ा मानवीय सेवा संघ है। विश्व में इसके 14.7 लाख सदस्य हैं, जिनमें से 2.9 लाख सदस्य भारत में हैं। लायंस क्लब इंटरनेशनल फाउंडेशन इसका वैश्विक फण्ड है जो दुनिया भर के लायंस से चंदे एकत्र करके जरूरतमंदों की सेवा वाली परियोजनाओं पर खर्च करता है।

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