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अंजुम ने महिला राइफल थ्री पाजीशन में रजत पदक जीता

नई दिल्ली। भारतीय निशानेबाज अंजुम मुदगिल ने मेक्सिको के गुआदालाजारा में चल रहे आईएसएसएफ विश्व कप की महिला 5 मीटर राइफल थ्री पाजीशंस स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया। यह अंजुम का पहला विश्व कप पदक है, उन्होंने तेज हवा के बावजूद 45 शाट के फाइनल में 452.2 अंक का स्कोर बनाया जिससे वह पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन चीना की रूईजाओ पेई (455.4 अंक) से पीछे दूसरे स्थान पर रहीं। टिंग सुन ने 442.2 अंक से कांस्य पदक जीता। यह भारत का टूर्नामेंट में आठवां पदक है और तीन स्वर्ण और चार कांसे जीतने के बाद यह पहला रजत पदक है। भारतीय निशानेबाजों का यह आईएसएसएफ विश्व कप में अभी तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
भारत इस तरह पदक तालिका में आठ पदकों से शीर्ष पर बना हुआ है जबकि चीन दो स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक से दूसरे स्थान पर है। अंजुम फाइनल में शुरू से ही पदक की दौड़ में बनी हुई थी और 15 शॉट के नीलिंग पाजीशन में वह रूईजाओ और स्लोवाकिया की जीवा दोवोरसाक के बाद तीसरे स्थान पर थीं। उन्होंने नीलिंग पाजीशन के बाद पांच शाट की दूसरी प्रोन पाजीशंस सीरीज के बाद बढ़त बना ली और वह इसके अंत में जर्मनी की नंबर एक निशानेबाज जोलिन बीयर से 0.9 अंक से आगे थी।
15 शॉट की प्रोन सीरीज के बाद अंजुम की बढ़त कायम रही। हालांकि अंतिम स्टैडिंग सीरीज के 10वें शाट में वह चैथे स्थान पर पहुंच गयी जिसमें से पहले दो फाइनलिस्ट आठ निशानेबाजों से बाहर हो जाते हैं। 41वें शॉट में 10.8 अंक के शानदार प्रदर्शन से दूसरे स्थान पर आ गयी और उन्होंने 10.2, 10.1, 9.5 और 10.2 अंक के स्कोर से विश्व कप में अपने करियर का पहला पदक हासिल किया।
इससे पहले क्वालीफाइंग दौर में उन्होंने प्रोन राउंड में 400 में से 399 का स्कोर बनाया था जिससे वह कुल 1170 के स्कोर से पेई के बाद दूसरे स्थान से आठ महिलाओं के फाइनल में पहुंची थी। पेई ने 1178 का स्कोर बनाया था। गायत्री भी फाइनल्स की दौड़ में थी लेकिन 1153 अंक के कुल स्कोर से वह 15वें स्थान पर रहीं। पूर्व प्रोन विश्व चैम्पियन तेजस्विन सांवत ने भी यही स्कोर बनाया लेकिन वह गायत्री से पीछे रहीं।

 

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