‘वर्ल्ड डायबिटीज डे’ पर उजाला सिग्नस ग्रुप हॉस्पिटल ने वेलनेस पैकेज को लांच किया
नई दिल्ली। डायबिटीज के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए टेर्टीयरी केयर प्रोवाइडर उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स ने अपने सभी 16 हॉस्पिटलों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के एक डायबिटीज वेलनेस पैकेज शुरू किया है। 40 दिनों के इस व्यापक पैकेज में योग/मेडिटेशन सेशन, डायबिटीज मरीजों के लिए विशेष रूप से डाईट विशेषज्ञों द्वारा डिजाइन किए गए। इस में रोज की डाईट और ब्लड शुगर की नियमित निगरानी और विशेषज्ञों के साथ कंसल्टेशन शामिल है, इन सेवाओं को इस पैकेज में इसलिए शामिल किया गया है ताकि छोटे शहरों में लोग डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी के प्रति जागरूक हो सकें और इसके खिलाफ सतर्क रहें।
अनियंत्रित डायबिटीज विभिन्न गंभीर समस्याओं के खतरे को बढ़ाता है, इन समस्याओं में हृदय संबंधी समस्याएं जैसे सीने में दर्द, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और धमनियों का संकुचित होना, और किडनी की बीमारियां शामिल हैं। यहां तक कि लंबे समय तक ब्लड फ्लो में बहुत ज्यादा ग्लूकोज होने से भी अंगों तक ऑक्सीजन युक्त ब्लड ले जाने वाली वाहिकाओं को नुकसान हो सकता है।
उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल में हॉस्पिटल का ध्यान हमेशा उत्तरी भारत के छोटे शहरों में उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने और न्यायसंगत, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा जनता को प्रदान करने पर रहा है। इस पर बोलते हुए उजाला सिग्नस हेल्थकेयर सर्विसेज के चेयरमैन श्री प्रोबल घोषाल ने कहा, “हमारा मानना है कि वेलनेस समग्र स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली का एक अभिन्न अंग है। हमारे सभी 16 हॉस्पिटलो में वेलनेस सेंटर हैं जहां हम इलाज के बाद देखभाल की सुविधा प्रदान करते हैं जिसमें सभी हॉस्पिटलो में हमारी गहन देखभाल सुविधाओं के रूप में निवारक देखभाल, प्रक्रियाएं, अच्छे स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम, मेडिटेशन और मुफ्त में योग की क्लासेज शामिल हैं। लाइफस्टाइल की बीमारियाँ समाज में एक प्रमुख स्वास्थ्य खतरा बन गई हैं और यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि ऐसी सभी बीमारियों के बारे में जागरूकता कार्यक्रमों को इस तरह से कुशलतापूर्वक संचालित किया जाना चाहिए कि लोग अपनी आवश्यकता को समझें और नियमित रूप से उनसे सीखने की कोशिश करें। हमारे पास एक डायबिटीज क्लब भी है जहां मरीज इन लोगों को हमारे विशेष डॉक्टरों के माध्यम से ज्ञान प्रदान करने के साथ-साथ भोजन की आदतों आदि सहित अपनी लाइफस्टाइल आदतों को जानने और साझा करने के लिए खुद को इस क्लब में शामिल करते हैं। हम विशेष रूप से डायबिटीज की देखभाल कैसे करें, इस पर विभिन्न वर्कशॉप और जागरूकता कार्यक्रम भी चलाते रहते हैं क्योंकि इस बीमारी से प्रभावित मरीज देश में बहुत ज्यादा तेजी से बढ़ रहे हैं। अधिकांश मरीज जो किडनी की समस्याओं से प्रभावित होते हैं और उन्हें डायलिसिस कराना पड़ता है, क्योंकि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उन्हें जीवन के प्रारंभिक चरण में डायबिटीज थी, और वे डायबिटीज को जल्दी पहचान लेते तो उन्हें डायलिसिस कराने की जरुरत नहीं पड़ती। हम अपनी प्राथमिक देखभाल के माध्यम से इसका ख्याल रखते हैं और अपने सेहत फाउंडेशन के माध्यम से समाज में नियमित जांच करते हैं।
छोटे शहरों में सस्ती डायबिटीज केयर पैकेजों की कमी हो गई है और मरीजों को डायबिटीज मैनेजमेंट करने में गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल के फाउंडर तथा डायरेक्टर डॉ शुचिन बजाज ने कहा, “यह कदम हमें छोटे शहरों में बड़ी आबादी के लिए माध्यमिक और टेर्टीयरी केयर की उपलब्धता में सुधार करने में मदद करेगा, क्योंकि ऐसी जगहों पर लोग अपने स्वास्थ्य के बारे में भी जागरूक हो रहे हैं। शारीरिक गतिविधि की कमी, अनियमित खानपान, उचित जांच और फॉलो-अप की कमी डायबिटीज और ब्लडप्रेशर के नियंत्रण की स्थिति को खराब कर सकता है, इससे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। योग आसन के साथ डाईट प्रोटोकॉल का पालन करने से ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रण में लाने में मदद मिल सकती है।”