राम लहर में हुआ मन मगन, प्रफुल्लित हुए लोग जब घर आये श्रीराम…
ग़ाज़ियाबाद। 22 जनवरी का दिन देश के लिए ऐतिहासिक और अविस्मरणीय था। अयोध्या ही नहीं, पूरे देश में प्राण प्रतिष्ठा के बाद उत्सव का माहौल देखने को मिला। दिन-भर भजन कीर्तन सहित कई अन्य गतिविधियों के बाद शाम होते ही हर ओर जगमग दीए मन-भावन दृश्य दे रहे थे, लगा मानो आज है दिवाली।
पूरे जनपद के साथ-साथ शास्त्री नगर के डी ब्लाक के लोग पूरी तरह राममय दिखायी दिये। डी 59 से लेकर डी 74 के बीच कॉलोनी के लोगों ने पूरे उत्साह व उल्लास के साथ रामोत्सव मनाया। दिन में भजन-कीर्तन और कुछ अन्य गतिविधियों के बाद अनोखे अंदाज के सड़क के दोनों किनारों पर दीप प्रज्जवलित किये गये और फूलों के साथ सजाया गया।
बीच सड़क में विशेष रूप से तैयार भगवान राम का धनुषबाण और जगमगाती जय श्री राम नेमप्लेट लहरायी गई थी और श्रीराम के झंडे भी लगाये गये। इसके अतिरिक्त फूलों से सुसज्जित एक मंच तैयार किया गया एवं दीपों व फूलों से आस-पास साज-सजावट ने सभी का मन-मोह लिया। रामलहर में डूबे निवासी बोन-फायर जलाकर बैठे एवं राम धुनों व भजनों पर बच्चों एवम् बड़ों के नृत्य का लुत्फ उठाया। रंगारंग इस कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में नेवटिया परिवार के आर्यन नेवटिया एवम् अनाया नेवटिया ने भगवान श्रीराम और सीता माता के अवतार में मंच प्रवेश कर सभी को आर्शीवचन दिये। जिसके बाद पूरा माहौल जय श्री राम के नाम से गूंज उठा। खान-पान और थोड़े बहुत पटाखों के बीच, लोगों की गर्मजोशी ने उत्सव का मजा बढ़ाया।
इस दौरान पग-पग पर अयोध्या-सा उल्लास नजर आ रहा था और रामभक्तों का उत्साह कण-कण में श्रीराम के प्रतिबिंब की अनुभूति करा रहा था। एक तरफ अयोध्या में हमारे आराध्य श्रीराम के बालस्वरूप रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, वहीं यहां इन दो बच्चों को उनके अवतार में देखकर हर कोई भाव विभोर था। लोगों के मन व मुख सभी में राम और केवल राम नाम ही था।
यह नजारा देख बरबस ऐसा अहसास हुआ जैसे राम लहर में हुआ मन मगन, प्रफुल्लित हुए लोग जब घर आये श्रीराम..