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सोनी सब के ‘ध्रुव तारा – समय सदी से परे’ में, ध्रुव और तारा एक नई सदी में पहुंच गए हैं जिसके साथ ही शो एक नए दौर में प्रवेश कर गया है

मुंबई। सोनी सब का ‘ध्रुव तारा – समय सदी से परे’ प्यार और समय यात्रा की दिलचस्प कहानी है। पिछले कुछ एपिसोड्स में, दर्शकों ने देखा कि दुर्गावती (इंदिरा कृष्णन) गुस्से से आगबबूला है और अपने बेटे सूर्य प्रताप (करण वी ग्रोवर) की मौत का बदला लेना चाहती है। इस बीच, महावीर (कृष्ण भारद्वाज) ध्रुव (ईशान धवन) और तारा (रिया शर्मा) को 21वीं सदी में भाग जाने के लिए मना लेते हैं, हालांकि, समय यात्रा के वॉर्टेक्स में किसी गड़बड़ी के कारण, वे 19वीं सदी में पुनर्जन्म लेते हैं।
आगामी एपिसोड्स एक नए रोमांचक सफर की शुरुआत के गवाह बनेंगे, क्योंकि दर्शक ध्रुव और तारा का बिल्कुल अलग अवतार देखेंगे। 17वीं शताब्दी की योद्धा राजकुमारी, तारा कहानी के इस चरण में एक दब्बू लड़की के रूप में दिखाई देती है। दूसरी ओर, 21वीं सदी का डॉक्टर ध्रुव अब 19वीं सदी में रहने वाला एक आलसी, लक्ष्यहीन और गुस्सैल युवक है, जो अब भारत में नहीं रहना चाहता है।
क्या इस सदी में ये दोनों प्रेमी फिर मिल पाएंगे? या किस्मत इन्हें फिर से जुदा कर देगी?
ध्रुव की भूमिका निभाने वाले ईशान धवन ने कहा, “ध्रुव को तारा से एक होने के अपने सफर में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, और जब उसे अपने समय में वापस जाने का मौका मिला, तो ज़िंदगी ने उसके सामने एक और चुनौती खड़ी कर दी। भले ही ध्रुव-तारा की ज़िंदगी का एक अध्याय खत्म हो गया हो, लेकिन अब एक बिल्कुल नई सदी में नए किरदारों के साथ नए सफर की शुरुआत होने वाली है। ध्रुव के जीवन में यह नया मोड़ एक अभिनेता के रूप में मेरे लिए बेहद रोमांचक है। ऐसा किरदार निभाने से अपनी तरह की अनोखी चुनौती मिलती है, जो 21वीं सदी में एक समर्पित डॉक्टर था लेकिन अब 19वीं सदी में एक आलसी, लक्ष्यहीन युवक में बदल गया है। मैं यह जानने के लिए उत्सुक हूं कि ध्रुव के सफर में आगे क्या होगा।”
तारा की भूमिका निभाने वाली रिया शर्मा ने कहा, “तारा का किरदार निभाने का अनुभव हमेशा ही रोमांचक रहा है, लेकिन यह नया अध्याय इसे किसी अलग स्तर पर ले जाएगा। यह बिल्कुल नया अवतार है जो तारा के पिछले जन्म से बिल्कुल अलग है। तारा पिछले जन्म में एक योद्धा राजकुमारी थी, जिसमें अब बहुत बड़ा बदलाव हुआ है। एक अनाथ के रूप में पुनर्जन्म लेना और अपने नए परिवार में दुश्मनी का सामना करना, उसके किरदार में विभिन्न पहलुओं को जोड़ता है जिसे निभाना चुनौतीपूर्ण और संतोषजनक दोनों है। मैं यह देखने के लिए उत्सुक हूं कि तारा अपनी नई हकीकत का सामना कैसे करेगी और क्या इस अलग दौर में वह और ध्रुव फिर से मिल पाएंगे।”
नई सदी में नए किरदार सामने आने वाले हैं, जिसमें पंकज धीर और नीलू वाघेला भी ध्रुव के माता-पिता के रूप में शामिल होंगे।

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