फिल्म वेदा का सब्जेक्ट संवेदशील है और एक्शन का तड़का भरपूर है
फिल्म के कलाकार : जॉन अब्राहम, शरवरी वाघ, तमन्ना भाटिया, अभिषेक बनर्जी, आशीष विद्यार्थी, कुमुद मिश्रा
फिल्म के निर्देशक : निखिल आडवाणी
रेटिंग : 3/5
फिल्म की कहानी :
फिल्म की कहानी है राजस्थान के बाड़मेर की रहने वाली वेदा बरवा (शरवरी वाघ) की। वेदा जिंदगी में आगे बढ़ना चाहती है और बॉक्सर बनना चाहती है। क्योंकि वह एक लड़की है और उपर से दलित भी है इसलिए गांव के दबंग उसे बार-बार दबाते हैं। इलाके का स्वयंभू प्रधान जितेंद्र प्रताप सिंह (अभिषेक बनर्जी) और उसका परिवार जात-पात के नाम पर लोगों पर तरह-तरह के जुल्म ढाते हैं।
बॉक्सिंग सीखने की चाहत में वेदा की मुलाकात भारतीय सेना में मेजर रह चुके अभिमन्यु कंवर (जॉन अब्राहम) से होती है, जो उनके कॉलेज का नया बॉक्सिंग कोच है। अभिमन्यु के विद्रोही स्वभाव के चलते उसका कोर्ट मार्शल हो चुका है। अपनी पत्नी राशि (तमन्ना भाटिया) को आतंकवादियों के हाथों खो चुका अभिमन्यु अब वेदा को सपोर्ट करता है और उसे बाक्सिंग की ट्रेनिंग भी देता है।
वेदा का भाई एक ऊंची जाति की लड़की जो कि उसी गांव के प्रधान के घर की है उससे प्रेम करता है। उसका भेद खुल जाने पर प्रधान और गांव के दबंग वेदा के पूरे परिवार को सजा देना चाहते हैं। अपनी आंखों के सामने भाई की दर्दनाक मौत देखकर वेदा भीतर से टूट जाती है। वेदा अपनी बड़ी बहन के साथ वहां से भाग जाती है लेकिन फिश्र भी वो अपनी बड़ी बहन की जान नहीं बचा पाती। अपनी जान बचाते हुए वेदा अभिमन्यु का साथ मिलने पर गलत के खिलाफ जंग लड़ने का फैसला करती है। आगे क्या होता है यह जानने के लिए आपको सिनेमाघर जाकर फिल्म को देखना पड़ेगा।
कलाकारों की अदाकारी :
वेदा में शरवरी ने साबित किया है कि वह एक अच्छी अदाकारा हैं। इस बात को वो प्रूफ भी करती है कि उनमें आगे जाने की काफी संभावनाएं हैं। हमेशा की तरह जॉन अब्राहम एक्शन सीन्स में काफी दमदार लगे हैं। उनकी एक्टिंग भी काफी प्रभावित करती है। बहुत लम्बे वक्त के बाद आशीष विद्यार्थी
पर्दे पर दिखे हैं उनकी अदाकारी भी अच्छी है। विलेन के रोल में अभिषेक बनर्जी का जवाब नहीं। तमन्ना भाटिया का रोल फिल्म में ज़्यादा नहीं है पर ठीक-ठाक है।
आज के समय में फिल्म के डायरेक्टर निखिल आडवाणी ने एक बेहद संवेदनशील मुद्दे को प्रभावशाली ढंग से पर्दे पर उकेरा है। हालांकि फिल्म में बहुत वायलेन्स है लेकिन फिश्र भी हम कहेंगे कि फिल्म की शुरुआत बहुत ही जोरदार तरीके से होती है। इंटरवल तक आते-आते फिल्म उम्मीद जगाती है। अंत तक आते-आते फिल्म ठीकठाक तरीके से अपने अंजाम तक पहंुचती है। बावजूद इसके संवेदनशील विषय पर बनी फिल्म आपको काफी प्रभावित करती है। म्यूजिक की बात करें तो फिल्म का म्यूजिक कुछ खास नहीं है, गाने आपको लम्बे समय तक याद नहीं रहते। कुल मिलाकर फिल्म आपको बोर नहीं करती।
फिल्म क्यों देखें :
यदि आप एक्शन फिल्मों के दिवाने है तो हैं, तो वेदा आपकी पसंद हो सकती है।
-शबनम