सतीश बेतादपुर निदेशक (रिसर्च) के तौर पर विलियम ओ नील इंडिया, से जुड़े
दिल्ली। वित्तीय मामलों के जानकार सतीश बेतादपुर, स्वतंत्र रिसर्च कंपनी विलियम ओ नील इंडिया में बतौर निदेशक (रिसर्च) जुड़े हैं। उन्हें 26 सालों का लंबा अनुभव है। विलियम ओ नील इंडिया, एक रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार है, जो खासतौर से संस्थागत निवेशकों को खरीदने और बेचने संबंधी महत्वपूर्ण सलाह देते हैं। इनकी पूरी टीम पूर्ण रूप से शेयरों और वैश्विक शेयर बाजार को समझने का काम करती है। बेतादपुर एक चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट हैं, जिनके पास वित्तीय सेवा क्षेत्र का 26 सालों का काफी लंबा अनुभव है। उन्होंने कंप्यूटर साइंस में एमएस की डिग्री ली है और यूनिवर्सिटी ऑफ मिसौरी, रोला से स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके साथ ही उन्होंने इलिनोइस यूनिवर्सिटी, अर्बाना, शेंपेन से एमबीए भी किया है।
विलियम ओ नील इंडिया के सीओओ, अनुपम सिंघी ने कहा, ‘‘पिछले आधी सदी से ओ नील कंपनीज ने शेयर बाजार में निवेश करने वाले समुदायों को सहयोग देने के लिये अनूठी सर्विसेज तैयार की हैं। विलियम ओ नील इंडिया का ध्यान अलग-अलग शेयरों, म्युचुअल फंड्स, ईटीएफ और दुनियाभर के इंडेक्स पर केंद्रित रहा है। साथ ही स्टॉक मार्केट रिसर्च और सर्विसेज के विकास को लेकर उत्साही प्रोफेशनल टीम का निर्माण करने पर। लगभग तीन दशकों के अपने अनुभव के साथ बेतादपुर बोर्ड में शामिल हो रहे हैं, जो विलियम ओ नील इंडिया के लिये एक बेहतर कदम होगा।’’ इससे पहले बेतादपुर, खम्बाटा सिक्योरिटीज लिमिटेड, मुंबई के साथ जुड़े हुए थे, वहां भी उन्होंने अपने पूरे जोश के साथ, कंपनी को अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज के व्यापार में एक अग्रणी कंपनी के रूप में खड़ा कर दिया।
खम्बाटा सिक्योरिटीज लिमिटेड से पहले बेतादपुर, आईआईआर ग्रुप, पीएलसी,मुंबई के साथ कार्यरत थे, जहां उन्होंने कंपनी के लिये मुंबई रिसर्च सेंटर की शुरुआत की थी। इतना ही नहीं, उन्हें लंदन स्टॉक एक्सचेंज में एलएसई की एआईएम में सूचीबद्ध कंपनियों के लिये एक स्वतंत्र रिसर्च टीम बनाने लिये साथ काम करने का अवसर मिला। उन्होंने सैन फ्रांसिसको में टीआईएए-सीआरईएफ इन्वेस्टमेंट इंक के साथ 13 सालों तक काम किया, जहां उन्होंने रिसर्च ऑपरेशंस की शुरुआत की थी। वे सभी वैश्विक निवेश की इन-चार्ज निवेश समिति में प्रमुख सदस्य थे। उन्हें ग्लोबल टेक्नोलॉजी इन्वेस्टमेंट का प्रबंधन करने की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी। जहां वो सात सदस्यों वाले ग्लोबल टेक्नोलॉजी इन्वेस्टमेंट समिति के प्रमुख थे। यह समिति कंपनी के लिये टेक्नोलॉजी इन्वेस्टमेंट की पहचान करने, निवेश करने और निगरानी करने का काम करती थी।
बेतादपुर नब्बे के दशक में इक्विटी क्षेत्र में आये, जहां उन्होंने आसियान देशों को कवर करने, एशिया एक्स जापान में वाले उभरते बाजार के विश्लेषक के तौर पर शुरुआत की। उन्होंने सारे एशियाई देशों की काफी यात्राएं कीं, जहां वो आकर्षक क्षेत्रों की पहचान के लिये आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक विश्लेषण किया करते थे। उद्योगों के मौलिक शोधों और मूल्यांकन तकनीकों के माध्यम से बदादपुर ने निवेश के लिये विशेष अनुशंसाएं तैयार कीं और साथ ही एशिया एक्स-जापान और समर्पित भारतीय फंड की भी शुरुआत की।