पीसेफ ने महिलाओं के इंटिमेट केयर बाजार के लिए भारत के टायर-2 और 3 शहरों की पहचान प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों के रूप में की
नई दिल्ली। विश्व शौचालय दिवस पर लीडिंग पर्सनल हाइजिन ब्रांड पीसेफ ने भारत के टायर-2 और 3 शहरों की पहचान प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों के रूप में की है। पीसेफ गुड़गांव स्थित हेल्थ एंड हाइजिन स्टार्टअप रेडक्लिफ हाइजिन प्रा.लि. का प्रोडक्ट है।
पीसेफ की स्थापना विकास बागरिया ने की और इसके सह-संस्थापक धीरज जैन हैं। यह एक क्लिनिकली अप्रूव्ड आइसोप्रापाइल अल्कोहल-आधारित टॉयलेट सीट सेनिटाइजर है, जो जल्द सूख जाने वाले एरोसॉल का ही एक प्रकार है। स्थापना के बाद से अब तक इसकी 5,00,000 से ज्यादा बोतलें बिक चुकी है। इस समय भारतभर के प्रमुख रिटेल और ऑनलाइन स्टोर्स पर यह उपलब्ध है। हकीकत तो यह है कि ब्रांड ने टायर-2 मार्केट्स से 25 प्रतिशत तक ऑनलाइन ऑर्डर दर्ज किए हैं।
भारत में ज्यादातर महिलाओं को यह आदत नहीं है कि यह सुनिश्चित करें कि वे जिस सार्वजनिक या निजी रेस्टरूम का इस्तेमाल कर रही हैं, वह साफ-स्वच्छ है और उससे उन्हें किसी तरह का स्वच्छता-संबंधी संक्रमण नहीं होगा। जागरुकता की कमी और अपर्याप्त जानकारी ने इन मुद्दों को सामाजिक समुदायों में एक टैबू बना रखा है। हालांकि, अब परिदृश्य और अवधारणाएं तेजी से बदल रही हैं। इसका ही परिणाम है कि महिलाओं में इंटिमेट केयर उत्पादों के इस्तेमाल में रुचि बढ़ी है। महिलाओं में साफ-सफाई को लेकर चिंता बढ़ी है और इसी वजह से देश में इस तरह के उत्पादों की मांग बढ़ रही है।
पीसेफ का लक्ष्य संस्थानों और व्यक्तियों में महिलाओं के इंटिमेट केयर सेक्टर के प्रति जागरुकता और चिंता को बढ़ाना है। इसी वजह से कंपनी देश के टायर-2 और 3 शहरों में आक्रामकता के साथ निवेश कर रही है। कंपनी अपने प्रोडक्ट्स का विज्ञापन कई ऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिये कर रही है। इनमें रेडियो, स्थानीय बस, कैब्स और मेट्रो, फ्लाइट्स, बॉलीवुड फिल्म समारोह, स्टोर पोस्टर, स्टोर साइन-बोर्ड्स, मॉल्स में टॉयलेट्स ब्रांडिंग, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर लोकलाइज्ड कंटेंट, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर, स्पेशलाइज्ड कंटेंट, सोशल इन्फ्लूएंसर्स आदि शामिल है। हाल ही में अपनी पहल के एक हिस्से के तौर पर, पीसेफ ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के विभिन्न संगठनों, कॉर्पोरेट्स, अस्पतालों, स्कूलों आदि से संपर्क किया। उनके वॉशरूम्स को सेनिटाइज किया। इसके अलावा, नियमित पीरूम कन्वर्सेशन सेशंस भी आयोजित किए जा रहे हैं।
विश्व शौचालय दिवस के अवसर परए पीसेफ के संस्थापक विकास बागरिया ने कहा, ‘टॉयलेट हाइजिन महिलाओं की दैनिक जीवनशैली का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है। इसके बाद भी हममें से ज्यादातर इसकी अनदेखी करते हैं। लेकिन बदलती जीवनशैली और बढ़ती जागरुकता की वजह से इस पर सकारात्मक असर दिख रहा है। महिला सशक्तिकरण के इस युग में महिलाएं अपनी हेल्थ और हाइजिन के प्रति जागरुक हो रही हैं। हम चाहते हैं कि विश्व शौचालय दिवस पर जागरुकता को और बढ़ाया जाए। हम आक्रामक मार्केटिंग कैम्पेन के जरिये पर्सनल हाइजिन ब्रांड्स और संभावित यूजर्स के बीच के कम्युनिकेशन गैप को पाटने के लिए सेतु का काम करते हैं। इतना ही नहीं, हमारे प्रोडक्ट्स ऑनलाइन भी उपलब्ध है, जिससे टायर-2 और 3 शहरों की महिलाएं भी आसानी से बिना किसी परेशानी के हमारे प्रोडक्ट्स खरीद रही हैं। आखिर भारत की हर महिला को अपना जीवन, सम्मान के साथ अपनी तरह से जीने का अधिकार है।’
पीसेफ विश्व स्तर पर महिलाओं के हेल्थ को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है और इस वजह से कई स्थानीय टाई-अप्स के अलावा, वह अगले पांच साल में 20 मिलियन डॉलर के प्रोडक्ट्स की सप्लाई गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल देशों को करने पर ध्यान दे रहा है। इन देशों में बहरीन, कुवैत, कतर, ओमान, सऊदी अरब और यूएई शामिल है। 2017 के अंत तक लक्ष्य 17 देशों तक पहुंचने का है। पीसेफ की कोशिश इस ब्रांड को वैश्वक पहचान देने की है और प्रधानमंत्री मोदी की मेक इन इंडिया पहल का परफेक्ट उदाहरण बनने की है।