2023 तक मॉमस्प्रेसो का लक्ष्य… 70 प्रतिशत भारतीय माताओं को प्लेटफार्म पर लाना
नई दिल्ली। पूरे भारत की माताओं के लिए एक अग्रणी बहुभाषी कंटेंट प्लेटफार्म, मॉमस्प्रेसो ने अपनी मजबूत विस्तार योजनाओं की घोषणा की है। हर महीने 10 मिलियन विजिट्स से उत्साहित, मॉमस्प्रेसो एफवाई21 तक 150 करोड़ रुपए के सालाना राजस्व के लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। क्षेत्रीय और भारतीय भाषाओं पर फोकस को मजबूती देकर मॉमस्प्रेसो ने ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों की माताओं तक पहुंचने की कोशिश की है। यह प्लेटफार्म अगले पाँच साल में सभी भारतीय माताओं में से 70 प्रतिशत तक पहुंचने की तैयारी कर रहा है।
मॉमस्प्रेसो पर सावधानी से चुना गया क्यूरेटेड कंटेंट न केवल भारत की माताओं के लिए अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करने और समुदाय में दूसरों से समर्थन हासिल करने का जरिया नहीं बन रहा, बल्कि यह उनके लिए पहचान और आत्मविश्वास प्राप्त करने का माध्यम बन गया है। अधिक से अधिक माताओं को आकर्षित करने के लिए, यह उनकी एक माता, पत्नी, बेटी और उनसे बढ़कर, एक महिला के तौर पर यात्रा को समृद्ध बनाने में मदद कर रहा है। साथ ही यह प्लेटफार्म उनकी कंटेंट विकसित करने की क्षमताओं को सही मायनों में लोकतांत्रिक तरीके से मौका दे रहा है। इस पर यूजर्स जल्द से जल्द अपना ब्लॉग बना सकती हैं और खुद को 7 अलग-अलग भाषाओं यानी अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली, मराठी, तेलुगू, तमिल और कन्नड़ में अन्य समान सोच वाली माताओं के साथ खुलकर व्यक्त कर सकती हैं।
हकीकत यह है कि इस साइट के ट्रैफिक आंकड़ों से साफ दिखता है कि गैर-महानगरीय पृष्ठभूमि वाली माताएँ भी बड़ी संख्या में प्लेटफार्म की ओर आकर्षित हो रही हैं। संख्या के हिसाब से दूसरे सबसे ज्यादा मॉमस्प्रेसो यूजर्स लखनऊ से हैं, जबकि पटना, आगरा और जयपुर जैसे शहरों ने उन भौगोलिक क्षेत्रों में जगह बनाई है जो प्लेटफार्म के शीर्ष दस क्षेत्रों में आते हैं।