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एएम/एनएस इंडिया ने किया मैग्नेलिस® लॉन्च, भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्रांति को देगा नई ताकत

मुंबई। आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) ने मैग्नेलिस® लॉन्च किया है, जो दुनिया भर में मान्यता प्राप्त स्टील ब्रांड है। यह स्टील जंग-रोधी और सेल्फ-हीलिंग गुणों से लैस है, जिससे यह बेहद टिकाऊ बनता है। आर्सेलरमित्तल और निप्पॉन स्टील के बीच के संयुक्त उद्यम, एएम/एनएस इंडिया ने इसे भारत में लॉन्च किया है।
मुंबई में सोमवार को आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में मैग्नेलिस® को पेश किया गया। यह आर्सेलरमित्तल का पेटेंटेड ब्रांड है, जिसका उत्पादन और वितरण अब भारत में भी हो रहा है। इसके आने से रिन्यूएबल एनर्जी जैसे महत्वपूर्ण और तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में आपूर्ति को मजबूती मिलेगी। साथ ही, इस कदम से देश की विशेष स्टील उत्पादों के आयात पर निर्भरता भी घटेगी।
आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर दिलीप ओम्मन ने कहा, “भारत में मैग्नेलिस® के लॉन्च से आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य में मदद मिलेगी और यह देश में उच्च-प्रदर्शन वाली स्टील की बढ़ती मांग को पूरा करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस विश्व स्तरीय और आयात को बदलने वाले स्टील का उत्पादन करके, हम न केवल मजबूत बुनियादी ढांचा समाधान दे रहे हैं, बल्कि भारत के पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा को बढ़ावा देने में भी योगदान कर रहे हैं। मैग्नेलिस® भविष्य की स्थायी सामग्री है, और इसकी पेशकश से देश में ग्लोबल-स्टैंडर्ड इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) के सेल्स एंड मार्केटिंग डायरेक्टर और वाइस प्रेसिडेंट रंजन धार ने कहा, “भारत में मैग्नेलिस® का लॉन्च हमारे लिए एक खास मौका है क्योंकि इस प्रोडक्ट ने अपनी बेहतरीन क्षमता साबित की है। यह सोलर प्रोजेक्ट्स में 50 गीगावॉट की क्षमता में योगदान कर रहा है। इसके उत्पादन से डिलीवरी का समय कम हो गया है और लॉजिस्टिक्स की लागत भी घट गई है। इससे भारत में ग्राहकों को उनके बुनियादी ढांचे की जरूरतों के लिए तेज और बेहतर समाधान मिल रहा है। इसके अलावा, इसका उपयोग रोड इंफ्रास्ट्रक्चर (क्रैश बैरियर्स), कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर (अनाज साइलो, कृषि उपकरण), और कंस्ट्रक्शन (पूर्व-निर्मित इमारतों) जैसे क्षेत्रों में भी होगा, जिससे भारत की राष्ट्र-निर्माण पहल को आगे बढ़ाया जा सकेगा।”

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