दिवाली के लिए मेरा पसंदीदा लुक है रॉयल ब्लू कुर्ता जैकेट : विराट कोहली
दिल्ली। कप्तान विराट कोहली ने हाल में मान्यवर के दिवाली कैंपेन को लॉन्च् किया। इस कैंपेन को “इंडिया एथनिक वीक” का नाम दिया गया है। विराट ने इस दौरान त्योहारी सीजन के लिए निजी तौर पर अपने पसंदीदा लुक के बारे में बात की।
दिवाली से जुड़े अनुभवों और इस त्योहार के प्रति अपने लगाव के बारे में बात करते हुए भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा, ‘मेरे मन में धनतेरस से लेकर भाई दूज तक दिवाली का पूरा सप्ताह मित्रों और परिवार के साथ बिताने की बहुत प्यारी यादें बसी हैं। और मुझे उत्सव के पूरे हफ्ते में एथनिक पोशाकें पहनना पसंद है, क्योंकि मुझे लगता है कि ये त्योहार वाली फील बढ़ाते हैं! अभियान के लिए शूटिंग करते समय निजी तौर पर मेरा पसंदीदा दिवाली लुक सुनहरे काम वाला रॉयल न्यू कुर्ता जैकेट था। मेरा छोटी दिवाली का लुक एक ऑफबीट जैकेट था और यह भी मुझे पसंद आया।’
उन्होंने सोशल मीडिया इस कैंपेन की घोषणा की… जहां उन्होंने लोगों से दिवाली के सभी 5 खास दिनों – धनतेरस, छोटी दिवाली, दिवाली, मिलनी और भाई दूज में भारतीय एथनिक पोशाकें पहनने का आग्रह किया। यह सभी दिन इंडिया एथनिक वीक में भी शामिल हैं।
इंडिया एथनिक वीक के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ‘जब मान्यावर ने इंडिया एथनिक वीक के आइडिया के बारे में मुझे बताया, जिसमें लोगों से दिवाली के पूरे सप्तााह भारतीय एथनिक वेयर पहनने की अपील की गई है, तो मुझे यह बहुत पसंद आया और मैं इससे फौरन जुड़ गया। मेरा ख्याल है कि युवा भी एक बदलाव के लिए पूरे सप्ताह का जश्न एथनिक पोशाकों में मनाने के इस विचार को पसंद करेंगे और इंडिया एथनिक वीक को सफल बनायेंगे।’
इंडिया एथनिक वीक के पीछे की सोच की जड़ें इस तथ्य में निहित हैं कि दिवाली महज एक दिन का प्रसंग नहीं है। बल्कि इसकी तैयारी काफी पहले से शुरू हो जाती है। उत्सव भी दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस से शुरू होता है और दिवाली के दो दिन बाद भाई दूज तक तक चलता है। हर दिन के अपने धार्मिक अनुष्ठान, सामाजिक रीति-रिवाज, परंपराएं और मौज-मस्तियां हैं। ऐसे में एथनिक वेयर पहनना #FestiveWaaliFeeling को और भी बढ़ा देता है। कैंपेन फिल्म में विराट यह बात बड़े सहज ढंग से कहते हैं कि ‘दिवाली का असली मजा तो एथनिक में ही आता है।’
इंडिया एथनिक वीक के प्रचार-प्रसार के लिए मान्यवर ने एक मल्टी-मीडिया अभियान की योजना बनाई है। इसकी आने वाले सालों में इंडिया एथनिक वीक के जश्न को और बड़े पैमाने पर मनाने की योजना है।