शिक्षा

एमडीआई गुरूग्राम में मनाया गया सालाना दीक्षांत समारोह

गुरूग्राम। देश के प्रमुख बिजनेस स्कूलों में से एक, गुरूग्राम के मैनेजमेंट डिवेलपमेंट इंस्टिट्यूट (एमडीआई) का सालाना दीक्षांत समारोह 24 मार्च 2018 को एमडीआई कैंपस में आयोजित किया गया। दीक्षांत समारोह में मेधावी छात्रों का जलवा नजर आया। कॉन्वोकेशन में अलग-अलग कोर्सेज के मेधावी स्टूडेंट्स को 24 मेडल प्रदान किए गए। कई ग्रेजुएट मैनेजमेंट प्रोग्राम के 489 स्टूडेंट्स और पांच फैलो स्कॉलर को डिप्लोमा प्रदान किए गए। कॉन्वोकेशन के मुख्य अतिथि जीएमआर गुप के चेयरमैन श्री जी.एम.राव थे।
एमडीआई गुरूग्राम में दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि जीएमआर ग्रुप के चेयरमैन श्री जी.एम. राव ने प्रतिभाशाली छात्रों को बधाई देते हुए अपनी जीवन में सफलता के मूल मंत्र को छात्रों के साथ साझा किया। उन्होंने अपनी योग्यता का श्रेय कड़ी मेहनत और किसी कारोबार को शुरू करते समय उसके बारे में गहराई से जानने और उसके विस्तार में जाने की अपनी आदत को दिया। उन्होंने कहा, ‘इस जटिल और चुनौतीपूर्ण दुनिया में सॉफ्ट स्किल्स और सकारात्मक रवैये को अपनाना चाहिए। कारोबारी के तौर पर हर किसी को अपने कंफर्ट जोन से बाहर आना चाहिए और अपने लक्ष्य या विजन से भावनात्मक रूप से जुड़े रहना चाहिए।’ उन्होंने मैनेजमेंट के छात्रों को बिजनेस में सफलता के लिए अहंकार और घमंडी रवैये को छोड़ने और उन्हें दयालु और विनम्र बनने के लिए कहा। उन्होंने कहा, ‘छात्रों को बदलाव के लिए अपना दिमाग खुला रखना चाहिए और उन्हें किसी भी चुनौती या जोखिम से घबराना नहीं चाहिए। जितना वह दयालु और विनम्र होंगे और जितनी उनमें अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर चुनौती लेने की भावना रहेगी। किसी भी कारोबार में उनकी सफलता की संभावना उतनी ही बढ़ती जाएगी।’
एमडीआई के निदेशक हिमाद्रि दास ने बताया कि2017-18 के दौरान मैनेजमेंट डिवेलपमेंट इंस्टिट्यूट ने कई उपलब्धिया अर्जित की है। 2017-18 के दौरान एमडीआई ने 161 इन कंपनी और ओपन ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किए हैं। इससे 3855 मैनेजरों और सरकारी अधिकारियों को फायदा हुआ है,जिसमें 623 एक्जिक्यूटिव्स विदेश के हैं। उन्होंने बताया कि एमडीआई के फैकल्टी के सदस्यों ने 9 किताबें और 114 रिसर्च पेपर विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित किए हैं। कुछ रिसर्च पेपर हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू में प्रकाशित किए गए। 33 फैकल्टी मेंबर्स ने नेशनल और इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में अपने रिसर्च पेपर पेश किए हैं। 2017-18 में एमडीआई के लगभग 100 छात्र स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम और ओवरसीज लर्निंग के लिए विदेश गए। इसके बदले हमारे पाटर्नर इंस्टिट्यूट्स से 28 विदेशी छात्र एमडीआई में आए।
2017-18 में प्लेसमेंट प्रोसेस में 331 छात्रों ने भाग लिया, जिसमें पीजीपीएम कोर्स के 240 छात्र,पीजीपी-एचआरएम कोर्स के 59 छात्र और पीजीपी-आईएम कोर्स के 32 छात्र शामिल थे। एमडीआई स्टूडेंट्स को इस साल कुल 109 प्री-प्लेसमेंट ऑफर मिले। फाइनल प्लेटमेंट प्रोसेस में कुल 119 कंपनियों ने भाग लेने की पुष्टि की। इस प्लेसमेंट ऑफर में तीनों कोर्सेज के लिए औसत सीटीसी 19.7 लाख रुपये सालाना था, जिसमें से घरेलू मोर्चे पर स्टूडेंट्स को सबसे ज्यादा सीटीसी 35 लाख रुपये सालाना दिया गया। तोलाराम ग्रुप ने प्लेसमेंट में स्टूडेंट्स को 6 इंटरनैशनल ऑफर भी दिए, जिसमें स्टूडेंट्स को सबसे ज्यादा 55 लाख रुपये सालाना का पैकेज ऑफर किया गया, जो इस सीजन में दिया गया सबसे ज्यादा सीटीसी था। एमडीआई को इस साल विश्व स्तर पर पहचान भी मिली। यूएन ग्लोबल कॉम्पैक्ट की पहल के तहत पीआरआईएमई (जिम्मेदार प्रबंधन शिक्षा के सिद्धांतों) के रूप में विश्व स्तर पर एमडीआई को मान्यता मिली।
एमडीआई गुरूग्राम में स्टूडेंट्स को 2 साल के तीन फुल टाइम कोर्स ऑफर दिया जाता है। इसमें पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (पीजीपीएम, पीजीपी-एचआरएम, पीजीपी-आईएम) शामिल है। इसके अलावा 1 साल के 2 एक्जिक्यूटिव प्रोग्राम भी स्टूडेंट्स को ऑफर किए जाते हैं, जिसमें एक्जिक्यूटिव पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम, नेशनल मैनेजमेंट प्रोग्राम (एनपीएम) और पीजीपी-एनर्जी मैनेजमेंट प्रोग्राम शामिल है। इसके अलावा एमडीआई गुड़गांव के दूसरे मैनेजमेंट प्रोग्राम में 27 महीने का एक्जिक्यूटिव वीक एंड पीजीपीएम (पार्ट टाइम),फैलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट और फैलो एक्जिक्यूटिवफैलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट कोर्स शामिल हैं।
एमडीआई के 2018 के सालाना दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि बनने वाले जीएमराव ने अपने लंबे सफर में छात्र नेता, व्यापारी, निर्माता, बैंकर से इंफ्रास्ट्रक्टर डेवलपेर का सफर तय किया है। पिछले चार दशकों में उन्होंने जीएमआर ग्रुप को देश का एक मशहूर ब्रांड बना दिया है। इंफ्रास्ट्रक्टर डेवलपेर के तौर पर जीएमआर ग्रुप का फोकस एयरपोर्ट, एनर्जी, यातायात और शहरी आधारभूत ढांचा विकसित करने पर है, जिसमें सेज भी शामिल हैं।
एमडीआई बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन इमानदी शंकर राव ने कहा कि एमडी गुरूग्राम में एक्सिलेंस को प्राथमिकता दी जाती है। यहां प्रतिभाओं को तराशा और संवारा जाता है। 1973 में आईएफसीआई की ओर से स्थापित किया गया एमडीआई गुरूग्राम का कई गुना ज्यादा विस्तार हो गया है। एमडीआई काइंडस्ट्रीज के दिग्गजों से काफी गहरा नाता है। इसलिए वह समय-समय पर इंडस्ट्री की जरूरतों को ध्यान में रखकर समय-समय पर अपने कोर्सेज को रिवाइज करते रहते हैं, ताकि छात्र इंडस्ट्रीज की नवीनतम और दिन-प्रतिदिन बदलती जरूरतों से वाकिफ हो सकें।

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