शिक्षा

जमित कौर और मानस सिंघला बने जे.एस.टी.एस.ई 2018 के टॉपर्स

नई दिल्ली। फिटजी कि सर्वोचता, टीचिंग मेथड के लिए पहचाने जाने वाले फिटजी पंजाबी बाग सेंटर और फिटजी द्वारका सेंटर के छात्रों ने जे.एस.टी.एस.ई 2018 क्वालीफाई करके शहर का नाम रोशन किया। जमित कौर फिटजी पंजाबी बाग सेंटर के चार वर्षीय क्लासरूम प्रोग्राम के छात्र हैं और मानस सिंघला फिटजी द्वारका सेंटर के चार वर्षीय क्लासरूम प्रोग्राम के छात्र हैं। उन्होंने 159 अंक उत्तीर्ण करके टॉप किया हैं और वही दूसरी ओर मनप्रीत सिंह, जो कि फिटजी जनकपुरी सेंटर के तीन वर्षीय क्लासरूम प्रोग्राम के छात्र है, उन्हें 157 अंक के साथ सेकण्ड टॉपर घोषित किया गया।
जे.एस.टी.एस.ई 2018 में 154 में से 107 सिलेक्शन फिटजी स्टूडेंट्स के हुए हैं। जूनियर साइंस टैलेंट एग्जामिनेशन, एक स्कालरशिप एग्जाम है जो कि साइंस ब्रांच ऑफ एजुकेशन, गवर्नमेंट ऑफ एन.सी.टी ऑफ दिल्ली, डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन द्वारा आयोजित किया जाता हैं। फिटजी के सभी प्रोग्राम से कुल 107 स्टूडेंट्स जे एस टी एस ई के लिए क्वालीफाई हुए हैं जिनमे से टॉप 10 में से टॉप 9, टॉप 20 में से टॉप 15 और टॉप 50 में से टॉप 31 हैं।
जे.एस.टी.एस.ई (जूनियर साइंस टैलेंट एग्जामिनेशन) एक साइंस टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन है जो कि 9 क्लास के बच्चो के लिए दिल्ली में आयोजित किया गया। जे.एस.टी.एस.ई साइंस ब्रांच ऑफ एजुकेशन, गवर्नमेंट ऑफ एन सी टी ऑफ दिल्ली, डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन द्वारा आयोजित किया जाता हैं। कक्षा 9 में पड़ने वाले छात्र चाहे वो सरकारी स्कूल के हो या प्राइवेट जे.एस.टी.एस.ई एग्जाम देने के योग्य हैं।
इस साल जे एस टी एस ई एग्जाम 28 जनवरी को आयोजित किया गया था और इसके परिणाम 8 मई को घोषित किए गए। दिल्ली में कुल 154 स्टूडेंट्स को स्कालरशिप प्राप्त हुई हैं। जमित कौर से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें फिटजी के संगठित शैक्षिक प्रथाओं के माध्यम प्राप्त कराए गए जो कि हर फिटजी के छात्र को प्राप्त कराए जाते हैं। उन्होंने कहा ‘प्रतियोगिता काफी कठिन थी इसके लिए काफी दिमागी परिश्रम करना पड़ा। कांसेप्ट मे स्पक्ष्ता और रीजनिंग के कारण एक तय समय मे सफलता पाई है। लगातार मेहनत से ही प्रतियोगिता मे सफलता मिली है। इसके लिए मे फिटजी कि फैकल्टी का धन्यवाद अदा करना चाहता हूँ जिन्होंने मेरे आईक्यू को बढ़ाया। यहाँ के स्टडी मटेरियल, डाउट क्लीयरिंग सेशन और पर्सनल गाइडेंस के कारण यह संभव हो पाया है।’
फिटजी द्वारका सेंटर के हेड श्री विनोद अग्रवाल ने कहा – यह हमारे लिए गर्व की बात हैं। जिन बच्चो ने ये एग्जाम क्वालीफाई किया हैं उन्होंने फिटजी की परंपरा को कायम रखा हैं। इन तरह के कम्पीटीशन्स में उचित प्रशिक्षण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। निष्ठा ही सफलता का एकमात्र सार हैं और फिटजी में हम बच्चो को ध्यान केंद्रित करने और उनके अध्ययन के लिए अच्छी तरह से संगठित करने के लिए तैयार करते हैं।
फिटजी देश का प्रेमियर इंस्टीटुएट है। जो आई.आई.टी – जेईई की ट्रेनिंग करता है। फिटजी मानता है कि बच्चो मे आईक्यू बढ़ाने और उन्हें तैयार करने के लिए सही समय तब होता है जब वो कक्षा 6, 7 और 8 मे हो। इस सोच के साथ फिटजी ने ट्रेनिंग देने कि शुरुआत कि है ताकि कक्षा 6 से ही बच्चो मे इंटेलिजेंस विकसित हो सके।

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