शिक्षा

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट कैरियर को दें नए जमाने की सुरक्षा

– ले. जन. डाॅ. एस.पी कोचर
(सीईओ टेलीकाॅम सेक्टर स्किल कांउसिल)
साइबर वल्र्ड का जिस तेजी से विस्तार हुआ है, उसी रफ्तार से इस क्षेत्र में कैरियर की संभावनाएं भी जन्मी है। आज हम डिजिटल युग में जी रहे हैं, जिसमें साइबर सुरक्षा एक अहम मुद्दा बन कर उभरा है। इंटरनेट पर संवेदनषील जानकारियां हो या निजी बैंक व इमेज खाते, इन्हें हैकर्स से बचाने के लिए साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट और एथिकल हैकर्स की जरुरत होती है। उम्मीद जताई जा रही है कि 2020 तक देष को एक लाख साइबर सुरक्षा पेषेवरों की दरकार होगी, जानते है इस क्षेत्र से जुडे और करियर संभावनाओं के बारे में…
आज हम डिजिटल युग में जी रहे हैं, इंटरनेट ने पूरी दुनियां को एक जगह यानी हमारे कंप्यूटर या स्मार्टफोन की छोटी सी स्क्रीन में ला खड़ा किया है आज अगर आपकी पहुँच इंटरनेट तक नहीं है तो आप विकास के कई क्षेत्रों में पिछड़ सकते हैं, इस रफ्तार को बनाए रखने की जरुरत को केन्द्र सरकार की ओर से षुरु किए गए डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तौर पर भी देखा जा सकता है। देश की ग्राम पंचायतें हो या डाक विभाग, सभी अब कंप्यूटर और इंटरनेट से जोडे जा रहे हैं। सरकारी कार्यालयों के सारे कामकाज की डिजिटलीकरण हो रहा है, यहां तक कि पासपोर्ट, बैेंक एकाउंट, गैस कनेक्षन आदि के लिए मांगे जाने वाले अपने जरुरी दस्तावेज भी अब हम अपने आॅनलाइन लाॅकर में रख सकते हैं। कुल मिलाकर हमारा साइबर स्पेस को सुरक्षा की भी जरुरत होगी, क्योंकि देश से जुडे संवेदनषील दस्तावेज हो या हमारे निजी जीवन की तस्वीरें और जानकारियां, सब इंटरनेट पर मौजूद वेबसाइटों, इमेज खातों आदि में सेव है। हम आॅनलाइन बैकिंग कर रहे है। आॅनलाइन षाॅपिंग भी। बेषक इसके लिए हमारे पास पासवर्ड है, पर यह भी कड़वी हकीकत है कि इसमें कभी भी कोई साइबर अपराधी सेंध लगा सकता है।
ऐसे में जरुरत होती है साइबर एक्सपट्र्स, एथिकल हैकर्स, साइबर लाॅ के जानकारों की, वो आपके इमेज खाते या वेबसाइट को हैक होने से बचाएं, इमेल या वेबसाइट हैक होन जाने की स्थिति में, हैकर्स का पता लगा सके, उसमें मौजूद डाटा को सुरक्षित रख सके। इंटरनेट में होने वाली ठगी और ब्लैकमेलिंग को रोक सके, जरुरत पड़ने पर साइबर लाॅ के जरिए कानूनी मदद मुहैया करा सके।

क्या है साइबर सिक्योरिटी :- वर्चुअल दुनियां में होने वाले अपराध साइबर क्राइम कहलाते हैं। इसके मददेनजर सरकार ने साइबर सिक्योरिटी का एक अलग विभाग बना रखा है। आज साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में रोजगार के अनेक विकल्प मौजूद हैं। साइबर एक्सपट्र्स, साइबर लाॅ के जानकारों की मांग लगातार बढ़ रही है और आने वाले समय में इसमें कैरियर की संभावनाओं का और विस्तार होगा। हाल में आई एक खबर के मुताबिक 2020 तक देश को एक लाख से अधिक साइबर सुरक्षा पेषेवरों की जरुरत होगी। साइबर सिक्योरिटी के तहत इंटरनेट पर मौजूद डाटा की सुरक्षा करना और उसे गलत हाथों में पड़ने से रोकना है। इंटरनेट मुख्यत नेटवर्किंग का एक विस्तारित स्वरुप है। इस स्वरुप में मौजूद डाटा की सुरक्षा और नेटवर्क में उपलब्ध सिस्टम को हेकर से बचाने की जिम्मेदारी साइबर सुरक्षा विभाग की होती है।

कैरियर संभावनाएं :- सीधे-सीधे कहें, तो साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र मंे कैरियर के ये विकल्प दिखते हैं- साइबर सुरक्षा अधिकारी या साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट, साइबर लाॅ एक्सपर्ट, एथिकल हैकर, लेकिन इन विकल्पों के भीतर रोजगार के कई तरह के विकल्प और पद मौजूद हैं। साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल के रुप में आप एक सम्मानजनक पद और अच्छा वेतन पा सकते हैं। इसके तहत सिक्योरिटी लूपहोल का पता लगा कर उन्हें सुरक्षित करना होता है ताकि कोई हैकर उन तक न पहुंच पाए।
इसमें सिक्योरिटी प्रोड्क्ट की सुरक्षा या इससे जुडी व्यवस्था पर नजर रखनी पड़ती है, इसके अलावा किसी संस्थान के लिए सिक्योरिटी पाॅलिसी बनाने का काम भी मुख्यत साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल ही करते हैं। साइबर सिक्योरिटी विभाग कंपनी के लिए सिक्योरिटी आॅडिटिंग भी करते हैं। इसके जरिए कंपनी के सिक्योरिटी सिस्टम पर एक रिपोर्ट तैयार करना होती है। सरकार के साइबर सुरक्षा विभाग से लेकर निजी कंपनियों एवं संस्थानों तक में साइबर सिक्योरिटी प्रोेफेशनल की मांग है। साइबर क्राइम से जुड़ी गतिविधियों का खुलासा करनेे के लिए साइबर काॅरेंसिक डिपार्टमेंट में भी रोजगार के कई मौके देता है, इसके अतिरिक्त इंस्टीट्यूट में साइबर सिक्योरिटी प्रोफेषनल की हमेषा मांग बनी रहती है।

योग्यता और आय/वेतन :- साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में कैरियर के लिए छात्र का ग्रेजुएट होना अनिवार्य है, लेकिन यहां साॅफ्टवेयर इंजीनियर को प्रमुखता मिलती है, इसके साथ ही कंप्यूटर और इंटरनेट नेटवर्किंग का अच्छा ज्ञान और हैकर की भांति सोचने समझने की क्षमता भी जरुरी है। इस क्षेत्र की जरुरी ज्ञान देने के लिए कई संस्थान साइबर सिक्योरिटी से जुड़े सर्टिफिकेट तथा लाॅग टर्म प्रोग्राम कराते हैं। इनमें सर्टिफाइड इनफाॅमेंषन सिस्टम आॅडिटर, सर्टिफाइड इनफामेंशन सिस्टम मैनेजमेंट आदि, वहीं इस क्षेत्र में विषेशज्ञता के लिए कुछ विषेश सर्टिफाइड सिक्योरिटी कोर्स भी है। जैसे सिस्को सर्टिफाइड सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स या माइक्रोसाफ्ट सिस्टम इंजीनियर। इस क्षेत्र में पद के अनुसार आय भी अच्छी है। इंट्री लेवल पर एक्जीक्यूटिव मैनेजर के तौर पर प्रवेश मिलता है। इसके बाद मैनेजर,चीफ मैनेजर, सिक्योरिटी एडवाइजर, चीफ इनफाॅमेंशन आॅफिसर के रुप मंे प्रमोशन हो सकता है। यदि आपके पास एक साल का अनुभव है तो आप तीन लाख रुपये सालना आय पा सकते हैं। पांच साल तक एक्सपीरियंस के आधार पर आठ से दस लाख रुपये तक का वार्शिक वेतन पा सकते हैं।

साइबर सिक्योरिटी में अहम है एथिकल हैकर की भूमिका :-
साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एथिकल हैकर की अहम भूमिका होती है, इन पेषेवरों को व्हाइट हैट्स या पेनिट्रेषन टेस्टर के नाम से भी जाना जाता है। इनका काम अपने नियोक्ता के लिए किसी निर्धारित कंप्यूटर सिस्टम पर हमला करना होता है ताकि सिस्टम की उन खामियों को पहचाना जा सके। जिन्हें तलाश कर हैकर साइबर अपराधों को अंजाम देते हैं।
कैरियर संभावनाएं :- सरकारी विभाग हो या प्राइवेट कंपनियां अधिकतर अपने नेटवर्क की सुरक्षा के लिए पेषेवर एथिकल हैकर की सेवाएं लेती हैं। सेना, पुलिस बलों, फोरेंसिक प्रयोगषालाओं और रक्षा अनुसंधान संगठनों मंे विषेश रुप से एथिकल हैकरों की मदद ली जाती है। एथिकल हैकर की जासूसी एजेंसियों में भी मांग होती है।
जरुरी योग्यता :- कंप्यूटर प्रोग्रामिंग का अच्छा ज्ञान इस कार्यक्षेत्र का आधार है। इसलिए कंप्यूटर साइंस या कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री का होना आवष्यक है।
कोर्स है कई :- सर्टिफिकेट कोर्स इन एथिकल हैकिंग, पीजी डिप्लोमा इन इंफाॅमेंषन सिक्योरिटी एंड सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन, एमएससी इन साइबर फोरेसिक्स एंड इंफामेंशन स्क्यिोरिटी, एमटेक इन साइबर सिक्योरिटी एंड इंफाॅमेंशन सिक्योरिटी, सर्टिफाइड एथिकल सिक्योरिटी प्रोफेशनल , पीजी डिप्लोमा इन आईटी सिक्योरिटी एवं एडवांस डिप्लोमा इन एथिकल हैकिंग

साइबर लाॅ के जानकारों की लगातार बढ़ रही है मांग :-
साइबर अपराध के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई कानूनी प्रावधान किए गए हैं, वे प्रावधान साइबर लाॅ के तहत आते हैं और इन कानूनों के जानकारी साइबर लाॅयर कहलाते हैं, इसमें हैकिंग, साइबर स्टॉकिंग , काॅपीराइट, कंप्यूटर सोर्स फोड से जुडे अपराधों के खिलाफ कानून षामिल हैं। साइबर क्राइम पर रोक लगाने, ऐसे अपराध की पहचान कर अपराधियों को सजा दिलाने में साइबर लाॅ एक्सपर्ट की अहम भूमिका होती है। साइबर वर्ल्ड के विस्तार के साथ साइबर लाॅ एक्सपर्ट की मांग भी बढ़ी है। कानून में कैरियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए यह बेहतरीन विकल्प हो सकता है।

कैरियर संभावनाएं :- साइबर लाॅ में कोर्स कर बतौर कंसल्टेंट किसी कंपनी या फर्म में या फिर स्वतंत्र रुप से भी कार्य किया जा सकता है। सरकारी विभागों, सूचना एवं प्रसारण, तकनीकि मंत्रालयों में बतौर साइबर लाॅयर या साइबर एडवाइजर काम कर सकते है। टेक्नोलाॅजी फर्मो में सिक्योरिटी आॅडिटर बन सकते हैं। साइबर लाॅ में षोध का विकल्प भी है। पीएचडी के बाद किसी विष्वविद्यालय या इंस्ट्टीयूट में प्राध्यापक भी बन सकते हैं।

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