फिल्म समीक्षा
फिल्म का नाम : ब्लैकमेल
फिल्म के कलाकार : इरफान खान, कीर्ति कुल्हारी, अरुणोदय सिंह, दिव्या दत्ता, ओमी वैद्य, उर्मिला मातोंडकर
निर्देषक : अभिनय देव
संगीत : अमित त्रिवेदी, गुरू रंधावा, बादषाह
सिनेमाटोग्राफी : जय ओझा
अवधि : 2 घंटा 19 मिनट
रेटिंग : 2.5/5
फिल्म ब्लैकमेल एक डार्क कॉमेडी है जिसका निर्देषन अभिनय देव ने किया है। अभिनय देव 2011 में आई फिल्म ‘डेल्ही बेली’ जैसी डॉर्क कॉमेडी फिल्म बना चुके हैं, उस फिल्म में गाली-गलौच और अडल्ट जोक्स के साथ ही ‘टॉयलेट ह्यूमर’ भी काफी था जिसे लोगों ने पसंद भी किया था। पत्नी के धोखे पर पति के अनोखे बदले की कहानी पर बनी इस फिल्म को फिल्मी हस्तियों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली हैं। फिल्म में काफी उतार-चढ़ाव है। इरफान खान देखने में काफी अच्छे लगे हैं, लेकिन इस सब के बाद भी फिल्म कुछ कमजोर है।
फिल्म की कहानी
देव यानी इरफान खान एक टॉयलेट पेपर सेल्समेन है। देव रोजाना ऑफिस से घर आने से पहले अपनी पत्नी को एक एसएमएस करता है, लेकिन एक दिन देव अपनी पत्नी को बिना बताए गुलाब के फूलों के साथ रोमांटिक सरप्राइज देने पहुंच जाता है, लेकिन जब वह घर पहुंता है तो सरप्राइज के बदले अचंभित हो जाता है, क्योंकि घर पर उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ होती है। यह देख उसका दिल टूट जाता है और उसके मन में दो ख्याल आते हैं, पहला यह कि… पत्नी का खून कर दे। और दूसरा… पत्नी के प्रेमी का खून कर दे, लेकिन इस सब को छोड़ वह अपनी पत्नी के बॉयफ्रेंड को ब्लैकमेल करने लगाता है। लेकिन यह कहानी इतनी आसान नहीं है। कोई बाद में इरफान खान को भी ब्लैकमेल करता है, इस कहानी में रोजमर्रा की मुश्किलें, तकलीफें और उस सब के बीच एक नई तरह की कहानी दिखाने की कोशिश की गई है।
फिल्म को मजेदार बनाने के लिए काफी सारे ट्विस्ट और टर्न डाले गए हैं, लेकिन इस सारे ताने-बाने में थोड़ा कंफ्यूजन भी है, जिसके चलते फिल्म एक शानदार डार्क कॉमेडी फिल्म बनते-बनते रह जाती है। ‘फिल्म की षुरूआती कहानी थोड़ी धीमी है लेकिन इंटरवल के बाद की कहानी में अच्छा परिहास है। फिल्म में अमित त्रिवेदी के म्यूजिक ने अच्छा काम किया है। फिल्म की सिनेमाटोग्राफी काफी अच्छी है जो फिल्म की थीम के हिसाब से एकदम परफेक्ट है और इसी तरह से फिल्म का आर्ट डायरेक्शन भी अच्छा है। इरफान खान ने अपना काम बेहद अच्छे ढंग से किया हं और इसलिए जितनी भी फिल्म आप झेल सकते हैं वो उनकी वजह से ही है। फिल्म में लगभग सभी अभिनेता अपने किरदार के साथ न्याय करते नजर आए है। गीत-संगीत कहानी के मिजाज से मेल खाते हैं।
फिल्म क्यों देखें ? : फिल्म एक डार्क काॅमेडी है, जिसमें हमेषा कि तरह इरफान ने अच्छा काम किया है।यदि आप इरफान खान के फैन हैं तो उनके अभिनय का लुत्फ उठाने के लिए एक बार फिल्म देख सकते हैं।