गुरमेहर कौर ने ‘टेड टाॅक्स इंडिया नई सोच’ के मंच पर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा
गुरमेहर कौर को कई सारे नाम दिये गये हैं, उनमें से कुछ सबसे अधिक चर्चित और पसंद किये जाने वाले नामों में से एक है ‘फ्री स्पीच वाॅरियर’, अब वो ‘टेड टाॅक्स इंडिया नई सोच’ में पहली बार अपनी बात रखेंगी। इस बार वो अपने संघर्ष के बारे में खुलकर बतायेंगी, जब उन्हें स्टूडेंट्स के बीच शांति और समानता का संदेश देने के लिये दोस्तों और राजनेताओं द्वारा अलग-थलग कर दिया गया था। वह उस समय उनके दिल पर बीती उस पीड़ा के बारे में बतायेंगी।
वो उन लोगों में से नहीं हैं जो चुपचाप बैठ जाये और दूसरों को मनमानी करने दें। उनके पास बोलने की ताकत है और उन्होंने खुलकर अपनी बात कही।
शो के दर्शकों के साथ-साथ, हमेशा से उनके चहेते अभिनेताओं में से एक रहे एसआरके के साथ, उन्होंने अपने सफर को साझा किया। उन्होंने कहा, ‘‘आपको इस बात पर हैरानी हुई होगी कि इतनी छोटी लड़की के प्यार और हिंसा को रोकने की बातों पर इतना हंगामा कैसे हो सकता है। और मैंने ऐसा किया।
दिल्ली विश्वविद्यालय में साहित्य की पढ़ाई कर रही एक 20 साल की लड़की जो आगे कानून की पढ़ाई करना चाहती है, जिस संघर्ष से गुजरी है उसके साथी इस बात को कभी नहीं समझ सकते। गुरमेहर के लिये कई ऐसी स्थितियां आई जब वो टूटने लगी थी और जब कुछ लोग सहानूभूति में साथ खड़े हुए, ‘मैंने विपासना सेंटर जाने का निर्णय लिया। ये दूसरी सबसे अच्छी चीज थी जो मैंने की।’’
उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि वो अपने माहौल से कितना डरी हुई है, अपने दोस्तों और परिवार के पास लौटना कितना डरावना है। वो याद करते हुए कहती है, ‘‘पहले मैं भी एक आम लड़की की तरह थी, जो वीकेंड की प्लानिंग के बारे में सोचती रहती थी, दोस्तों के साथ फिल्म देखना या फिर लोधी गार्डन जाना है और अगले दिन ऐसा था कि मीडिया मेरे पीछे पड़ गई। मेरा फोन हर तरह की अश्लील बातों से भर गया था। अगले दिन मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि मेरा जीवन ऐसा हो जायेगा।’’
क्या 20 साल की उम्र में वो इस तरह का संघर्ष चाहती थी?