मनोरंजन

त्रिकोण प्रेम को अनोखे अंदाज़ में दर्शाता है फिल्म ‘‘मनमर्जि़यां’’

फिल्म समीक्षा

फिल्म के कलाकार : अभिषेक बच्चन, विकी कौशल, तापसी पन्नू, अब्दुल कादिर अमीन
फिल्म के निर्देशक : अनुराग कश्यप
फिल्म के निर्माता : आनंद एल. राय
फिल्म की अवधि : 2 घंटा 15 मिनट
रेटिंग : 3.5/5
निर्देशक अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित और आनंद एल. राय द्वारा निर्मित फिल्म ‘मनमर्जियां’ रोमांस, ड्रामा फिल्म है जिसे बड़ी ही खूबसूरती के साथ दिखाया गया है। नए और अनोखे अंदाज़ के साथ फिल्म में प्रेम त्रिकोण दर्शाया गया है। मनमर्जियां आज के दौर के प्यार की उस समझ को दिखाता है, जिससे आज का युवा गुजर रहा है।

फिल्म की कहानी :
कहानी एक सरल नोट पर शुरू होती है, जहां रूमी (तापसी पन्नू) और विकी (विकी कौशल) एक-दूसरे के प्यार में इस हद तक डूबे हैं कि जब भी उन्हें मौका मिलता है, वे एक-दूसरे में खो जाने को तैयार रहते हैं। उनका प्यार सभी सीमाओं से आगे निकल चुका है। कहानी वहां पर मोड़ लेती है, जब एक दिन तापसी के बेडरूम में दोनों को घरवाले देख लेते हैं। तब हालात ऐसे बन जाते हैं कि रूमी के घरवाले उस पर शादी का दबाव डालने लगते हैं। इस स्थिति की वजह से रूमी, विकी पर दबाव डालती है कि वह अगले दिन अपने घरवालों को लेकर शादी की बात करने आए, मगर विकी इस स्थिति के लिए परिपक्व नहीं है इसलिए वह नहीं आता है। रूमी और विकी में इस बात को लेकर खूब झगड़ा होता है। इस बीच विदेश से शादी के लिए आए हुए रॉबी (अभिषेक बच्चन) को जब रूमी का रिश्ता दिखाया जाता है, तो वह उसकी फोटो देखते ही उसके प्यार में पड़ जाता है। विकी से नाराज रूमी रॉबी के साथ शादी करने के लिए तैयार हो जाती है। बाद में विकी अपने गहरे प्यार का वास्ता देकर मना लेता है और उसे घर से भागने के लिए तैयार कर लेता है। कमिटमेंट फोबिक विकी अभी उतना परिपक्व नहीं हुआ कि शादी जैसी जिम्मेदारी को निभा सके, इसलिए वह बार-बार जिम्मेदारी की बात आने पर मुंह मोड़ लेता है। आखिर में रूमी रॉबी के नाम की मेहंदी लगा लेती है और अगले दिन उसकी शादी है, मगर अब विकी किसी भी हाल में रूमी को किसी और का नहीं होने देना चाहता। वे दोनों फिर भागने की प्लानिंग करते हैं, मगर एक बार फिर विकी अपने वादे को पूरा नहीं करता है। जिस कारण रूमी और रॉबी की शादी हो जाती है। इसके बाद आगे कि कहानी जानने के लिए आपको सिनेमाहाॅल जाना पड़ेगा।
फिल्म में बोल्डनेस को दिखाया गया है। अनुराग ने किरदारों को अनुक्रम और दृश्यों के साथ खूबसूरती से पिरोया है। निर्देशक के रूप में अनुराग इस फिल्म में एक अलग अंदाज में दिखे हैं। उन्हें कनिका ढिल्लन जैसी लेखिका का भी खूब साथ मिला है।

फिल्म के बहुत से दृश्य आपको बहुत पसंद आएंगे और कई तरह की भावनाओं का अहसास कराते नज़र हैं। क्लाइमैक्स आते-आते आपको आगे की कहानी का अंदाज़ा मिलता जाएगा। फिल्म में किरदारों का अभिनय आपको बनावटी नहीं लगेगा।

क्यों देखें : वे लोग जो रोमांटिक फिल्मों के दिवाने होते हैं उनको यह फिल्म खूब भाएगी।

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