संस्पेंस और थ्रिल का कम्पलीट पैकेज है ‘अंधाधुन’
फिल्म समीक्षा
फिल्म का नाम : ‘अंधाधुन’
फिल्म के कलाकार : आयुष्मान खुराना, राधिका आप्टे, तब्बू, अनिल धवन, अश्विनी कलसेकर और ज़ाकिर हुसैन।
फिल्म के निर्देशक : श्रीराम राघवन
फिल्म के निर्माता : विशाल बजाज
रेटिंग : 3.5/5
निर्देशक राघवन की फिल्म का नाम अंधाधुन आपको सुनने में थोड़ा अटपटा लगता है लेकिन नाम सुनकर आप भी जानना चाहेंगे कि अंधाधुन है क्या। नाम कि ही तरह फिल्म भी काफी इंटरस्टिंग है। पहले भी राघवन ‘बदलापुर’, ‘एजेंट विनोद’, ‘जॉनी गद्दार’, जैसी फिल्में बना चुके हैं। फिल्म 5 अक्टूबर से सिनेमाघरों में लग चुकी है।
फिल्म की कहानी :
फिल्म की कहानी पुणे में मौजूद अंधे व्यक्ति आकाश (आयुष्मान खुराना) के साथ शुरू होती है। आकाश एक पियानो प्लेयर हंै। लोगों की अटेन्शन पाने के लिए आकाश अंधा बनकर रहता है। एक दिन उसकी मुलाकात सोफी ‘राधिका आप्टे’ से होती है। धीरे-धीरे सोफी का आकाश के प्रति अटेन्शन प्यार में बदल जाता है और आकाश सोफी के पिता रेस्टोरेंट में पियानो बजाने लगता है। इसी रेस्टोरेंट में उसकी मुलाकात प्रमोद सिन्हा (अनिल धवन) से होती है, जो अपनी शादी की सालगिरह पर पियानो बजाने के लिए आकाश को अपने घर बुलाते हैं। प्रमोद अपनी पत्नी सिमी (तब्बू) को सरप्राइज देना चाहता है, लेकिन सालगिरह के दिन ही प्रमोद की मौत हो जाती है और कहानी में ट्विस्ट आ जाता है। आकाश उनके घर पर पियानो बजा रहा होता है वहीं पर उनकी लाश को ठिकाने लगाने की तैयारी होती है। क्योंकि आकाश अंधा नहीं होता सिर्फ नाटक करता है इसलिए वो यह सब कुछ देख लेता है। बाद में जब ये बात हत्यारों को पता चलती है तो फिर वो आकाश के पीछे पड़ जाते हैं। हत्यारों से अपने आपको बचाने के लिए आकाश को क्या-क्या पापड़ बेलने पड़ते हैं…………यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
आयुष्मान खुराना ने अब तक जितने भी रोल किए हैं उन सभी में यह रोल उनका बेस्ट रोल है। फिल्म में निर्देशक ने आकाश के अंधेपन के सस्पेंस को कायम रखा है। राधिका आप्टे ने अपना रोल बेहतरीन ढंग से निभाया है। हमेशा से ही तब्बू की एक्टिंग दर्शकों को पसंद आई है, इसमें भी तब्बू अपने चाहने वालों को निराश नहीं होने देंगी।
फिल्म में सस्पेंस, थ्रिल और म्यूजिक सब कुछ मौजूद है। कहानी से लेकर स्क्रीन प्ले तक हर चीज़ पर निर्देशक ने बहुत अच्छे से काम किया है। कहानी में कसावट है जो आपको आखिरी वक्त तक आपको रोक कर रखता है।
फिल्म क्यों देखें : कहानी अलग है दमदार और मनोरंजक है। फिल्म देखने के बाद आपको निराशा नहीं होगी।