मेरा रुझान वास्तविक जीवन की कहानियां सुनाने की ओर है : डायरेक्टर निखिल आडवाणी
अमेजॅन प्राइम वीडियो के बहुप्रतीक्षित ओरिजनल ‘मुंबई डायरीज 26/11’ के प्रभावशाली ट्रेलर को हाल ही में मुंबई के प्रतिष्ठित स्मारक द गेटवे ऑफ इंडिया पर लॉन्च किया गया था, जिसे दर्शकों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है।
निखिल आडवाणी द्वारा रचित और मोनिशा आडवाणी व एम्मे एंटरटेनमेंट के मधु भोजवानी द्वारा निर्मित यह मेडिकल ड्रामा निखिल गोंसाल्वेस के साथ निखिल आडवाणी द्वारा निर्देशित है। मुंबई डायरी 26/11 में डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिक्स और अस्पताल के कर्मचारियों की अनकही कहानी को दर्शाया गया है, जिन्होंने 26 नवंबर 2008 में शहर को तबाह करने वाले आतंकी हमलों के दौरान जान बचाने के लिए अथक प्रयास किया था। सीरीज में कोंकणा सेन शर्मा, मोहित रैना, टीना देसाई, श्रेया धनवंतरी, सत्यजीत दुबे, नताशा भारद्वाज, मृण्मयी देशपांडे और प्रकाश बेलावाड़ी जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों की टोली नजर आएगी।
प्री-प्रोडक्शन स्टेज के दौरान, निखिल आडवाणी को कुछ फ्रंटलाइन वारियर्स के साथ बातचीत करने का अवसर मिला, जिन्होंने 26/11 के हमलों के बाद मुंबई शहर को बचाया था और उनकी प्रेरक कहानियों को समझा।
फ्रंटलाइन वारियर्स के साथ इंटेंस बातचीत करने के अपने अनुभव को साझा करते हुए, निखिल ने बताया, ‘मैं एक मुंबईकर हूं और मुझे शहर से प्यार है, यह शतप्रतिशत सही है कि यह कभी हार नहीं मानता, यह कभी नहीं सोता है लेकिन हम उन लोगों को भूल जाते हैं जो इसे बनाने के लिए जिम्मेदार हैं। जब अपर्णा और मैंने एक शो में काम करने के बारे में बात करना शुरू किया, तो हमने एक मेडिकल ड्रामा बनाने के बारे में सोचा। मैंने उससे कहा कि चलो उन लोगों के बारे में बात करते हैं जो हर दिन वॉर में होते हैं। और यही हमने ‘मुंबई डायरीज’ के साथ करने की कोशिश की है, उन असंभावित नायकों की कहानियों को बताने के लिए, जिनके बारे में वास्तव में कोई बात नहीं करता है और उन्हें हल्के में लेता है।’
‘तथ्य कल्पना से अजनबी है। मेरा रुझान वास्तविक जीवन की कहानियों को बताने की ओर है। आपको बस लोगों और उनकी अविश्वसनीय कहानियों को सुनना है। मैं बहुत भाग्यशाली रहा हूं कि मुझे ऐसा करने की अनुमति दी गई, इसके लिए अमेजॅन प्राइम वीडियो का धन्यवाद’, निखिल कहते हैं।
मुंबई डायरीज 26/11 एक काल्पनिक मेडिकल ड्रामा है जो उस भयानक, अविस्मरणीय रात पर स्थापित है, जिसने एक तरफ शहर को तबाह कर दिया, लेकिन दूसरी तरफ अपने लोगों को एकजुट किया और किसी भी विपदा का डटकर मुकाबला करते हुए खड़े होने के उनके संकल्प को मजबूत किया।