छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं
छठ पर्व कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष षष्ठी को दिवाली के छह दिन बाद मनाया जात है। यह पूजा भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित है। छठ मैया को भगवान सूर्य की बहन के रूप में भी जाना जाता है। इस त्यौहार को बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बहुत ही आस्था और भक्ति के साथ मनाया जाता है। एण्डटीवी के शो ‘संतोषी मां सुनाएं व्रत कथाएं‘ की संतोषी (रतन राजपूत) और संतोषी मां (ग्रेसी सिंह) ने इस त्यौहार के महत्व और प्रथा के बारे में बताते हुए सभी को छठ पूजा की शुभकामनाएं दी। ग्रेसी सिंह ने इस दिन की खासियत के बारे में बताते हुए कहा, ‘‘छठ पूजा प्राचीन पौराणिक दिनों से जुड़ी हुई है जिनका उल्लेख वेदों में भी किया गया है। रामायण और महाभारत दोनों में ही यह बताया गया है कि सीता-राम और कर्ण दोनों ने ही छठ पूजा मनाई थी। क्योंकि यह व्रत सिर्फ महिलाओं के लिए खासतौर पर नहीं है, इसलिए घर में पुरुष भी छठ पूजा करते हैं। घर पर बहुत सारे प्रसाद बनाए जाते हैं, खानें की चीजों में प्याज और लहसुन न हो इसका खासा ध्यान रखा जाता है। एक ग्रुप में लोग लोकगीत गाकर सूर्य भगवान और छठ मैया की स्तुति करते हुए शाम की समाप्ति करते हैं।‘‘ सभी अनुष्ठानों के बारे में बताते हुए रतन राजपूत ने कहा, ‘‘छठ पूजा के व्रत के अनुष्ठान का पालन करने वाले पुरुष और महिलाओं द्वारा नदी में पवित्र स्नान किया जाता है, वो उपवास करते हैं और सूर्योदय और सूर्यास्त के दौरान सूर्य को अघ्र्य और प्रसाद चढ़ाते हैं। व्रत के पहले दिन लोग जल्दी उठते हैं, स्नान करते हैं, पारम्परिक पोशाक पहनते हैं और यह संकल्प लेते हैं कि वह पूरी भक्ति और ईमानदारी से इस व्रत का पालन करेंगे। इस व्रत में 36 घंटे के लिए पानी नहीं पी सकते और परिवार के सदस्यों के लिए सात्विक भोजन और मिठाई तैयार करनी होती है। आप सभी को इस छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं।‘‘