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चेज अरोमा थेरापी कॉस्मेटिक्स एंड स्किन केयर इंस्टीट्यूट सौंदर्य प्रदर्शनी में भाग लिया

नई दिल्ली। चेज अरोमा थेरापी कॉस्मेटिक्स एंड स्किन केयर इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली ने वार्षिक सौंदर्य प्रदर्शनी में भाग लिया और अरोमाथेरापी उत्पादों की अपनी प्रीमियम रेंज तथा शैक्षिक गतिविधियों का प्रदर्शन किया। चेज अरोमाथेरापी कॉस्मेटिक्स को जाने-माने अरोमाथेरापिस्ट और नेचुरोपैथ डॉ. नरेश अरोड़ा और डॉ. नीति अरोड़ा ने तैयार किया है। दि चेज स्किन केयर इंस्टीट्यूट 1999 से काम कर रहा है और यह देश भर के सौंदर्य पेशेवरों तथा ब्यूटी क्लिनिक के स्वामियों को प्रशिक्षण देने में अग्रणी रहा है। इसके लिए यह नियमित रूप से सेमिनार, कार्यशाला और प्रमाणन पाठ्यक्रमों का आयोजन करता रहता है। अभी तक 5 लाख से ज्यादा सौंदर्य पेशेवरों ने डॉ. अरोड़ा के अरोमाथेरापी क्लास में हिस्सा लिया है और तब से सुंदर बनाने के अपने कैरियर को सफलतापूर्वक चला रहे हैं। चेज अरोमा ब्यूटी क्लिनिक, नई दिल्ली अपनी निदेशक डॉ. नीति अरोड़ा और उनकी टीम के योग्य निर्देशन में त्वचा की गड़बड़ियों जैसे उसमें दाग दाग धब्बे, मुंहासे, झुर्रियों, डीहाइड्रेटेड और संवेदनशील त्वचा तथा बाल गिरने की समस्या, गंजेपन, शरीर की गड़बड़ी तथा वजन कम करने का प्रोग्राम शामिल हैं और इसके लिए प्राकृतिक उपचार मुहैया कराती रही है।
प्रदर्शनी में डॉ. अरोड़ा ने जीवनशैली से जुड़ी आम गड़बड़ियों की रोकथाम और उपचार के लिए भिन्न अरोमा एसेनशियल ऑयल्स के उपयोग का प्रदर्शन किया। इनमें मुहांसे, त्वचा पर दाग धब्बे, गोरापन, बाल गिरना/कम होना/रूसी, त्वचा की एलर्जी और संवेदनशील त्वचा आदि शामिल हैं। वजन कम होना, हाइपर टेंशन, तनाव और अवसाद, उच्च या निम्न बीपी और सौंदर्य से संबंधित अन्य जटिलताएं शामिल हैं। तेज गर्मी और आने वाले बारिश तथा उमस वाले मौसम के लिए नाखून बढ़ाने के नुस्खे भी बताए गए। डॉ. नरेश ने कहा, “त्वचा की देखभाल के रूप में अदृश्य मेकअप भी प्रदर्शित किया गया था। तेज गर्मी के दिनों में चलने वाली शुष्क लू से त्वचा की नमी कम हो सकती है और इससे त्वचा में जलन हो सकती है। इससे चेहरे और शरीर पर स्थायी निशान पड़ सकते हैं।“ उन्होंने कहा कि आने वाले बरसात के मौसम में तपमान और भारी उमस त्वचा के लिए बहुत महत्नवपूर्ण है क्योंकि हमपर हमला करने वाली सूर्य की परबैंगनी किरणों की संख्या बढ़ जाती है। इससे त्वचा एलर्जिक हो जाती है। कुल मिलाकर, इसक असर यह होता है कि त्वचा की ऊपरी परत अमूमन निकल जाती है। डॉ. नरेश के मुताबिक अरोमाथेरापी के आवश्यक तेलों से हमें इस समस्या से निपटने में सहायता मिल सकती है। इसके लिए हम ऐसे सनस्क्रीन और फेस व बॉडी लोशन का चुनाव करते हैं जिसमें नेचुरल ऑयल मिला हो। अरोमा ऑयल की प्रभावी सूची इस प्रकार है: टी ट्री, नेरोली, पटचोउली, बसिल, लेमन, गेरेनियम, चंदन, चमेली और अन्य।
डॉ. अरोड़ा के अनुसार इस गर्मी के लिए मंत्र है: हल्के भोजन खासकर तरल डाइट, ढेर सारा पीने का पानी, हल्का व्यायाम और सकारात्मक रुख से बॉडी डीटॉक्सीफिकेशन का हमेशा लाभ मिलता है और सकारात्मक रुख से हमेशा हमें इस मुश्किल मौसम में बने रहने में सहायता मिलती है।” डॉ नीति ने ब्राइडल मेकअप और नेल आर्ट टेकनीक में नवीनतम प्रवृत्तियों का प्रदर्शन किया। आने वाले शादी के मौसम में ब्यूटीशियंस के लिए यह बहुत उपयोगी साबित होने वाला है।
डॉ. नीति अरोड़ा एक जानी-मानी नेचुरोपैथ, ऐक्यूप्रेशरिस्ट और अरोमाथेरापिस्ट तथा ब्यूटी कौनसेलर हैं जिन्होंने 20000 से ज्यादा सौंदर्य पेशेवरों को प्रशिक्षण दिया है। देश भर में और विदेशों में भी एक दिन की उनकी कार्यशालाओं में दो लाख से ज्यादा ब्यूटीशियंस ने हिस्सा लिया है। सौंदर्य के क्षेत्र में उनके निरंतर कार्यों के लिए डॉ. नीति को कई पुरस्कार मिले हैं और कई गैर सरकारी संगठनों तथा महिला संगठनों ने उन्हें सम्मानित किया है।

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