स्वतंत्रता सैनानी विरांगना रानी अवन्ती बाई का बलिदान दिवस पर श्रृद्धांजली सभा का आयोजन
झालावाड़। रानी अवन्ती बाई फाउण्डेशन ट्रस्ट के तत्वावधान में सूचना केन्द्र पर महान स्वतंत्रता सैनानी वीरांगना अवन्ती बाई का 163 वां बलिदान दिवस पर श्रृद्धांजली सभा का आयोजन कर उनके त्याग, बलिदान एवं शौर्य को याद किया गया।
इस अवसर पर फाउण्डेशन के मुख्य ट्रस्टी नवल किशोर लोधा ने वीरांगना के बलिदान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के इतिहास में रानी अवन्ती बाई का स्थान बहुत ऊंचा रहा है। परन्तु उनका नाम उजागर करने में कोताई बरती गई। कार्यक्रम में पर्यटन विकास समिति के संयोजक एवं ट्रस्ट के प्रचारक ओम पाठक ने रानी अवन्ती बाई के द्वारा अग्रेजों के खिलाफ लडी गई लडाईयों के विषय में जानकारी दी।
पर्यटन विकास समिति के अध्यक्ष एवं ट्रस्ट के जिला संयोजक दिनेश सक्सेना ने बताया कि रानी अवन्ती बाई के राज्य पर कोर्ट आफ वार्ड्स की कार्यवाही द्वारा अंग्रेजों ने उनका राज्य हडपने की साजिश की जिसे रानी ने सिरे से नकारते हुए अंग्रेजो के विरूद्ध संघर्ष का बिगुल बजा दिया तथा युद्ध करते हुए उन्होंने 20 मार्च 1858 को अपना बलिदान देकर आजादी की अलख जगाए रखी।
कार्यक्रम में जनसम्पर्क विभाग के सहायक प्रशानिक अधिकारी अनिल त्रिवेदी, पत्रकार अनीस आलम, रमेश कुमावत, डॉ. के.एम. लोधा, भेरूलाल लोधा, जयपाल सिंह, कुलदीप सिंह झाला, उमाशंकर एवं रघुवीर शर्मा ने भी अपने विचार प्रकट कर रानी अवन्ती बाई की तस्वीर पर पुष्पांजली अर्पित कर श्रृद्धांजली दी। कार्यक्रम के अन्त में रानी अवन्ती बाई की स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया।