इटली के प्रतिनिधी मण्डल ने डेयरी उत्पाद के लिए 230 करोड़ के निवेश का दिया प्रस्ताव : जिला कलेक्टर
-डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा
शर्मा ग्रुप इटली के सानिध्य में इटली के प्रतिनिधि मंडल ने कोटा में पशुपालकों के लिए विकसित की जा रही देवनारायण नगर एकीकृत आवासीय योजना का सोमवार को अवलोकन कर योजना में अंतरराष्ट्रीय स्तर की तकनीकी के साथ माइक्रो एवं लघु डेरी प्लास्टर परियोजना विकसित करने का प्राथमिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया। प्रतिनिधिमंडल ने इस योजना को अनूठी बताते हुए पशुपालकों के हित में अंतरराष्ट्रीय स्तर की तकनीकी के साथ माइक्रो एवं लघु डेरी प्लास्टर परियोजना विकसित करने का प्राथमिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया। जिला कलेक्टर एवं नगर विकास न्यास अध्यक्ष उज्ज्वल अरोड़ा व न्यास अधिकारियों के साथ मौका निरीक्षण के एक बैठक में विस्तार से चर्चा कर विचार विमर्श किया। प्रतिनिधि मंडल के इटली से तकनीकी विशेषज्ञ इमेन्युऐले, डेल्मा ग्रुप इटली के एनआरआई पार्थ पारेख, शर्मा ग्रुप के बद्री प्रसाद शामिल थे।
- दुग्ध उत्पाद की 459 इकाइयां
प्रस्ताव के अनुसार पैकेज्ड मिल्क, फ्लेवर्ड मिल्क, योगर्ट, दही, छाछ, क्रीम, घी, मावा, पनीर, चीज, आइसक्रीम, चॉकलेट, सोया, मिल्क, टोफू, पनीर तैयार करने के लिए 459 इकाइयां स्थापित की जानी है। इन दुग्ध उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार तैयार कर उन्नत तकनीकी उपलब्धता तथा प्रशिक्षण शर्मा ग्रुप द्वारा ही किया जाएगा। एक्सपोर्ट क्वालिटी के उत्पाद तैयार कर विश्व स्तर पर शर्मा ग्रुप द्वारा मार्केटिंग कर इन उत्पादों को विक्रय किया जाएगा। जिससे पशुपालकों की आमदनी में काफी इजाफा होगा।
- 10 हजार को रोजगार
शर्मा ग्रुप द्वारा इस योजना में लगभग 230 करोड़ रुपए का निवेश करने का प्रस्ताव दिया गया है। इस परियोजना से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 10000 लोगों को रोजगार उपलब्ध होने की संभावना है।
- ऐसी है देवनारायण योजना-
स्वायत शासन एवं नगरीय विकास मंत्री की पहल पर कोटा को पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को द्वखते हुए एवं पशुपालकों को सम्मानजनक व्यवसाय के लिए योजना क्रियान्वित की जा रही है। इस योजना में 35 गुणा 70 एवं 35 गुणा 90 के 1227 आवासों का निर्माण किया जा रहा है। प्रत्येक आवास में दो कमरें, किचन, बाथरूम, शौचालय, चारा स्टोर के अतिरिक्त अग्रभाग में छायादार पशु बाड़े का निर्माण किया जा रहा है। इस योजना में सभी मूलभूत सुविधाओं जैसे चैड़ी सड़कें, नाली, सीवर लाईन, पार्क, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, प्रशासनिक भवन, पुलिस चैकी, पानी की टंकियां, जी एस एस, विद्यालय भवन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रंगमंच, पशु चिकित्सालय, पशु मेला मैदान, दुग्ध मंडी एवं सामुदायिक भवन का भी प्रावधान किया गया है। योजना की सुरक्षा हेतु चारदीवारी का भी निर्माण किया जा रहा है। गोबर के निस्तारण हेतु योजना में बायोगैस संयंत्र भी स्थापित किया जाएगा है।