वैश्विक संघर्ष के लिए अवैध अप्रवासन भी जिम्मेदार : आंग सान सू की
ने पी तॉ। म्यामां की नेता आंग सान सू की ने आज कहा कि अवैध अप्रवासन के कारण आतंकवाद बढ़ने से विश्व के कई हिस्से अस्थिरता और संघर्ष का सामना कर रहे हैं। म्यामां की राजधानी ने पी तॉ में यूरोप और एशिया के विदेश मंत्रियों के समक्ष सू की ने सीधे तौर पर शरणार्थियों के पलायन का जिक्र नहीं किया।
हालांकि उनका बयान देश के कई ऐसे लोगों के विचार को रेखांकित करता है जो रोहिंग्या को अवैध अप्रवासी मानते हैं और आतंकवाद के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराते हैं। यहां आए नेताओं द्वारा आज और कल की बैठकों में रोहिंग्या के पलायन के मुद्दे को उठाये जाने की संभावना है।
सू की ने कहा कि विश्व अस्थिरता के नये दौर में है क्योंकि विश्व में संघर्षों से नये खतरे और नयी तरह की आपात स्थिति पैदा हो गयी हैं। उन्होंने कहा कि ‘अवैध अप्रवासन से आतंकवाद और हिंसक कट्टरपंथ, सामाजिक कटुता और यहां तक कि परमाणु युद्ध का खतरा है।’ हाल के दिनों में राखाइन राज्य में सैन्य कार्रवाई के कारण 6,20,000 लोगों को पड़ोसी बांग्लादेश में भागना पड़ा था। इसको लेकर म्यामां की व्यापक तौर पर आलोचना की जा रही है।