कोलंबिया में दक्षिणपंथी पार्टियां मतगणना में आगे
बगोटा। एफएआरसीके साथ शांति वार्ता का विरोध करने वाली दक्षिणपंथी पार्टियां को देश में आयोजित हुए ऐतिहासिक चुनाव में जीत तो हासिल हुई लेकिन उन्हें बहुमत नहीं मिल पाया है। इस चुनाव से पूर्व विद्रोहियों ने संसद में प्रवेश किया है।
कट्टरपंथियों की जीत ने कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस के नवंबर2016 के शांति समझौते के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।
चुनाव के बाद राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस ने कहा था कि देश के हालिया इतिहास में यह चुनाव सबसे सुरक्षित और पारदर्शी चुनाव है।
राष्ट्रपति ने कहा था, ‘‘ आधी से ज्यादा सदी में यह पहला मौका है जब एफएआरसी चुनाव में गड़बड़ी करने के बदले चुनाव में हिस्सा ले रहा है। वहीं, ईएलएन ने‘ संघर्षविराम’ की घोषणा का आदर किया है।’’
शांति समझौते के धुर विरोधी पूर्व राष्ट्रपति एवं सीनेटर अल्वारो उरीबे की सेंट्रो डेमोक्रेटिक पार्टी को इस चुनाव में सबसे ज्यादा वोट मिले हैं। इस पार्टी ने सीनेट के19 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं निचले सदन में इस पार्टी को 33 सीटें मिली हैं। मध्यमार्गी और वामपंथियों को भी अच्छी संख्या में वोट मिलने की वजह से दक्षिणपंथियों को बहुमत नहीं हासिल हो पाया।