कचरे से गैस बनाने के लिए संयंत्र लगाने की योजना बना रहा है एम्स
नयी दिल्ली। पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले ऊर्जा के परंपरागत तरीकों के इस्तेमाल को कम करने के प्रयास के तहत एम्स ने एक कचरा शोधन संयंत्र स्थापित करने की योजना बनाई है जिसमें कचरे से प्राकृतिक गैस बनाई जाएगी।
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि जैविक कचरे के प्रसंस्करण से प्राकृतिक गैस, पानी आदि बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस गैस का इस्तेमाल प्रयोगशालाओं, रसोइयों, कैफेटेरिया और छात्रावास के मैस में किया जा सकता है। यहां के डॉक्टरों और कर्मचारियों के आवासों में भी गैस की आपूर्ति की जा सकती है। प्रसंस्करण के बाद बचे पानी का इस्तेमाल पेड़.पौधों में किया जा सकता है। इससे पहले एम्स एक सौर ऊर्जा उत्पादन इकाई के निर्माण के लिए जापानी कंपनी हिटाची से हाथ मिला चुका है।