गणित परास्नातक में विफल छात्रों ने डीयू के कुलपति कार्यालय पर किया प्रदर्शन
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में परास्नातक के गणित विभाग द्वारा छात्रों को फर्जी चेकिंग कर बड़ी संख्या में फेल किए जाने के खिलाफ क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) के सदस्य व छात्रों ने डीयू कुलपति कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। ज्ञात हो कि गाणित से परास्नातक के छात्र पिछले 14 फरवरी से गणित विभाग द्वारा फर्जी चेकिंग के खिलाफ आंदोलनरत हैं, जिसके कारण भारी संख्या में छात्र परीक्षा में फेल हुए हैं। इनमें तीन पेपर में क्रमशः गणित परास्नातक के तीसरे सेमेस्टर में कम्प्यूटेशनल फ्लूइड डायनामिक्स कोर्स में 40 में से 35 छात्र फेल हुए हैं। वही गणित परास्नातक पहले सेमेस्टर में फील्ड थ्योरी में 300 में से 150 छात्र और माप और एकीकरण पेपर में 300 में 130 छात्र फेल हुए हैं, जबकि एक अन्य पेपर में ज्यादातर छात्रों के बेदह ही खराब अंक आए हैं।
केवाईएस एक सदस्य का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में छात्रों का फेल होना विभाग की लपरवाही का नतीजा है। साथ ही, बड़ी संख्या में छात्रों के फेल होने कहा यह सिलसिला भी काफी पुराना और व्यापक है। उन्होंने बताया कि इस तरह के परिणाम भौतिकी विज्ञान,रसायन विज्ञान, अंग्रेजी, नॉन-कॉलेजिएट विमन्स एजुकेशन बोर्ड में भी पिछले सालों में देखा गया है। वहीं छात्रों का आरोप है कि गणित विभाग में भी उन छात्रों को अनुपस्थित दिखा गया है जो छात्रा परीक्षा में उपस्थित थे और कई छात्र जो परीक्षा में अनुपस्थित थे उन्हें पास कर दिया गया है।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि आज छात्र जिन मुद्दों के लिए संघर्षरत हैं उनमें मुख्य परीक्षा में गलत मूल्यांकन किया जाना, प्रशासन से मूल्याकंन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाये जाने और उन्हें उत्तरपुस्तिका दिखाई जाने की मांग कर रहें हैं। मगर हमारी इन मांगों को मानने से विश्वविद्यालय प्रशासन साफ इंकार कर रहा है। उन्होंने बताया कि सर्वोच्च न्यायलय ने भी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सी.बी.एस.ई) को निर्देश दिये थे कि इच्छुक छात्र अपनी उत्तर पुस्तिका देखने के अधिकृत हैं लेकिन विभाग द्वारा उत्तर-पुस्तिका नहीं दिखाई जाने से यह कोर्ट की भी अवमानना है। केवाईएस संगठन के लोगों ने कहा कि विभाग की मनमानी से छात्रों पर दोहरी मार पड़ रही है, क्योंकि एक तरफ छात्र बड़ी संख्या में फेल हो रहे हैं तो दूसरी तरफ उन्हें अपनी उत्तर-पुस्तिकायें भी नहीं दिखाई जा रही। संगठन का कहना है छात्रों ने तब तक अपना प्रदर्शन तब तक जारी रखने का फैसला किया है जबतक छात्रों के पेपर दोबारा चेक नहीं किए जाते हैं और उनकी दोबारा परीक्षा नहीं कारवाई जाती है।